Rajasthan News: शपथ लेते ही एक्शन मोड में भजन सरकार, पेपर लीक मामले में SIT और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन
Rajasthan News: राजस्थान चुनाव में पेपर लीक का मामला बीजेपी के लिए मेन मुद्दा बन गया था. ऐसे में अब सरकार बदलने के तुरंत बाद पेपर लीक मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है.
Rajasthan News: राजस्थान में कई परीक्षाओं में पेपर लीक की रोकथाम और तुरंत जांच के लिए एसआईटी (SIT) और संगठित अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया है. महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा द्वारा इन दोनों कार्रवाई के लिए शनिवार को दो अलग-अलग आदेश जारी किए गए हैं.
राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक से संबंध घटनाओं की रोकथाम और इसके संबंध में दर्ज मामलों में तुरंत जांच और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एडिशनल डीजीपी तकनीकी सेवाएं वीके सिंह के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है. बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में इस बात को प्रमुखता से रखा था, जिसपर अब काम भई शुरू हो गया है.
जानें कैसे होगा काम?
यह टीम पेपर लीक के संबंध में दर्ज प्रकरणों में जांच कर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी और अपराधियों द्वारा निर्मित संपत्ति की जब्ती और कुर्की की कार्रवाई भी सुनिश्चित करेगी. इस इन्वेस्टिगेशन टीम में एक एडीजी, एक-एक आईजी-डीआईजी-एसपी, चार एडिशनल एसपी, आठ डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर-एसआई, 10 एएसआई-हेड कांस्टेबल और 15 कांस्टेबल और कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर कुल 50 लोग होंगे. डीजीपी मिश्रा ने बताया कि इसी प्रकार राज्य में संगठित अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने के लिए राज्य स्तर पर एक विशेष कार्य दल एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन एडिशनल डीजीपी क्राइम दिनेश एमएन के नेतृत्व में किया गया है.
इस तरह से होगी कार्रवाई
यह दल मानवीय और तकनीकी आसूचना संकलन कर संगठित अपराध करने वाली गैंग्स की पहचान करेगा. साथ ही उनका डाटाबेस तैयार कर प्रभावी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने के साथ विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन प्रकरणों की प्रभावी मॉनिटरिंग कर गैंगस्टर को सख्त सजा दिलवाने का काम करेगा. इसके साथ ही केंद्रीय और राज्य स्तरीय एजेंसी के साथ समन्वय कर संगठित अपराधों पर नियंत्रण रखा जाना सुनिश्चित करेगा. डीजीपी ने बताया कि इस इन्वेस्टिगेशन टीम में एक एडीजी, एक-एक आईजी-डीआईजी-एसपी, दो एडिशनल एसपी, चार डीएसपी, चार इंस्पेक्टर, 12 एसआई और एएसआई , 40 हेड कांस्टेबल-कांस्टेबल और कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर कुल 65 पुलिस अधिकारी लगाए गए हैं.
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