Rajasthan: राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा, गोवर्धन मंदिर में पहुंच की पूजा-अर्चना
Bhajan Lal Sharm News: सीएम भजनलाल शर्मा ने शांति और भक्ति की पावन धरा पूंछरी का लौठा में परम पूज्य श्री गिरिराज जी महाराज और श्री नाथ जी महाराज का विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और दर्शन किया.
Rajasthan News: मुख्यमंत्री बनने के बाद मंगलवार यानी 19 दिसंबर को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) पहली बार अपने गृह जिले भरतपुर पहुंचे थे. इसके बाद सीएम भजनलाल शर्मा उत्तर प्रदेश गए और वहां कई मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचे. मुख्यमंत्री भजनलाल मंगलवार को गोवर्धन पहुंचे, जहां उन्होंने शांति और भक्ति की पावन धरा पूंछरी का लौठा में गिरिराज महाराज और नाथ जी महाराज की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और दर्शन किया.
पहले सीएम को गोवर्धन में मुखारबिंद पर दुग्ध चढ़ाकर पूजा-अर्चना करनी थी, लेकिन देर शाम तक गोवर्धन पहुंचने के कारण उन्होंने सिर्फ दर्शन ही किए. वहीं दर्शन करने के बाद सीएम ने कार्यकर्ताओं के साथ श्रीनाथ जी मंदिर में प्रसाद भी ग्रहण किया. मुख्यमंत्री बनने से पहले भजनलाल शर्मा अक्सर परिवार के साथ गोवर्धन के मंदिरों में पूजन और परिक्रमा के लिए आते रहे हैं.
#WATCH | Uttar Pradesh: Rajasthan CM Bhajanlal Sharma offers prayers at Giriraj Parikrama Marg Shrinathji temple in Mathura pic.twitter.com/3Myq4EBvbM
— ANI (@ANI) December 19, 2023
नाली में फंसा कार का पहिया
मंगलवार की रात लगभग 10 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपनी पत्नी के साथ भरतपुर से कार से पूंछरी पहुंचे. यहां पूंछरी का लौठा मंदिर में दर्शन के बाद सीएम दाऊजी मंदिर जा रहे थे, तभी रास्ते में नाली में उनकी कार का पहिया फंस गया. ड्राइवर ने काफी कोशिश की, लेकिन पहिया नहीं निकला. इसके बाद दूसरी कार से मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी श्रीनाथजी मंदिर पहुंचे.
#WATCH | Uttar Pradesh: Rajasthan CM Bhajanlal Sharma offers prayers at Puchri ka Lota Temple in Govardhan. pic.twitter.com/PAljRqJDFi
— ANI (@ANI) December 19, 2023
आज विधानसभा सत्र का पहला दिन
बता दें राजस्थान विधानसभा का सत्र बुधवार यानी आज से शुरू हो रहा है. बीजेपी के भजनलाल सरकार का यह पहला सत्र है. दो दिनों में पहले दिन सभी नवनिर्वाचित विधायकों को विधायक पद की शपथ दिलाई जाएगी और दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के लिए एक वरिष्ठ विधायक कालीचरण सर्राफ का चयन किया गया है.