Rajasthan Education News: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के गृह नगर में एक बार फिर बवाल होते—होते रह गया। मसला यह है कि जोधपुर के एक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को चर्च घुमाने के लिए ले जाया गया था। कथित रूप से चर्च में बच्चों से प्रेयर भी करवाया गया। इस मसले पर बच्चों के अभिभावक नाराज हो गए। इसकी सूचना मिलने पर विश्व हिंदू परिषद के नेताओं और कार्यकर्ता भी उग्र हो गए। अभिभावकों और वीएचपी के कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुंचकर बवाल काटना भी शुरू कर दिया, जो पुलिस के हस्तक्षेप और प्रबंधन के माफीनामे के बाद शांत हो गया।  


स्कूल प्रबंधन ने कहा - अब ऐसा नहीं करेंगे  
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों ने इस घटना पर घोर आपत्ति जताते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया। वहीं, मामले को तूल पकड़ता देख मैनेजमेंट ने अभिभावकों और वीएचपी के लोगों से मामला बिगड़ने से पहले माफी मांग ली। स्कूल प्रबंधन ने माना कि बिना परमिशन के बच्चों को चर्च ले जाया गया था। स्कूल मैनेजमेंट ने अपनी तरफ से गलती को मानते हुए बिना परमिशन ऐसा कुछ भी नहीं किया जाएगा यह भी विश्वास दिलाते हुए महेश स्कूल प्रिंसिपल की ओर से लेटर जारी किया गया। प्रिंसिपल ने गलती मानते हुए लिखा कि कुछ स्टूडेंट को सह शैक्षणिक गतिविधि के तहत चर्च विजिट के लिए ले जाया गया। इसमें पेरेंट्स की परमिशन नहीं ली गई थी। भविष्य में पेरेंट्स की परमिशन के बिना इस तरह की विजिट नहीं करवाई जाएगी।


वीएचपी ने प्रेयर को माना धर्म विरुद्ध आचरण 
विश्व हिंदू परिषद के नेता महेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले 600 से 700 बच्चों को आज सरदारपुरा के चर्च मैं घुमाने के लिए ले जाया गया जहां पर उनसे चर्च में प्रार्थना भी करवाई गई इस तरीके के धर्म के विरुद्ध आचरण को विश्व हिंदू परिषद कभी बर्दाश्त नहीं करेगा 


प्रार्थना कराने की बात से लोग थे नाराज 
बता दें कि जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र के पहला पुलिया पर महेश शिक्षण संस्थान की महेश पब्लिक स्कूल है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को प्रबंधन ने सरदारपुरा स्थित एक चर्च में घुमाने के लिए भेजा था। इसका पता चलने पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता और कुछ बच्चों के परिवार वाले स्कूल पहुंच गए। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि स्कूल में पढ़ने वाले छोटे बच्चों को चर्च घुमाने के साथ वहां पर प्रार्थना भी करवाई गई। बच्चों के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि बिना परमिशन बच्चों को चर्च घुमाने के लिए ले जाया गया। यह उनके धर्म के विरुद्ध है। इस बात को लेकर विवाद हो गया। 


ऐसे शांत हुआ विवाद 
विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने स्कूल में हंगामा किया। हंगामे की सूचना मिलते ही देवनगर पुलिस थाना अधिकारी जय किशन सोनी मौके पर पहुंचे। हंगामा कर रहे विश्व हिंदू परिषद के नेताओं और अभिभावकों को समझाने का प्रयास किया। यह मामला उस समय जाकर शांत हुआ जब महेश शिक्षण संस्थान की ओर से अपनी गलती मानते हुए भविष्य में बिना अनुमति ऐसा नहीं करने के लिए लिखित में अभिभावकों और वीएचपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया। उसके बाद हंगामा शांत हुआ।


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