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Rajasthan News: बच्चों की क्लास लेने पहुंचे कलेक्टर तो स्कूल की खुली पोल, एक कमरे में चल रही थी तीन कक्षाएं

Ajmer News: कलेक्टर कौशल ने बताया कि कई बार सरकारी स्कूलों में ऐसे नजारे देखने को मिलते हैं जब स्कूल स्टाफ छुट्टी पर होते हैं या स्कूल बिल्डिंग में कमरों की कमी होती है.

Rajasthan Education News: राजस्थान के नए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए नवाचार कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर प्रदेश की स्कूलों का हाल ऐसा है कि एक ही कमरे में दो-तीन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है. आलम यह है कि कहीं पर्याप्त स्कूल भवन नहीं है तो कहीं खेल मैदान का अभाव है. गुरुवार (22 फरवरी) को ब्यावर जिला कलेक्टर उत्सव कौशल (IAS Utsav Kaushal) जिले की स्कूलों का दौरा करने पहुंचे तो यही नजारा दिखा.

ब्यावर (Beawar) कलेक्टर उत्सव कौशल जिले के देलवाड़ा गांव में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. यहां एक ही भवन में दो स्कूलों का संचालन हो रहा था. इतना ही नहीं, एक कमरे में दो-तीन कक्षाओं के बच्चे साथ बैठकर पढ़ रहे थे. पहली, दूसरी और पांचवीं क्लास के स्टूडेंट्स एक ही कमरे में साथ बैठे थे. दूसरे कमरे में तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चों को बीएड इंटर्नशिप कर रही ट्रेनी टीचर आरती गणित पढ़ा रही थी.

कलेक्टर ने टीचर बनकर पूछे सवाल
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर कौशल ने छात्र-छात्राओं की क्लास लेकर उनसे सवाल-जवाब किए. उनके शैक्षिक स्तर की जांच करने के लिए खुद शिक्षक बनकर ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाया. पहली, दूसरी और पांचवीं कक्षा के बच्चों से पहाड़े और गिनती लिखवाई. सातवीं कक्षा में बच्चे संस्कृत पढ़ रहे थे. छात्रा दयावंती ने कलेक्टर को संस्कृत श्लोक सुनाए. क्लास के बाद कलेक्टर ने प्रधानाचार्य आरती चारण और स्कूल स्टाफ से विद्यालय संचालन संबंधी जानकारी ली. विद्यालय स्टाफ की उपस्थिति पंजिका, मिड डे मील, कंप्यूटर लैब व अन्य व्यवस्थाओं को देखा.

मिड डे मील के तहत भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने सहित विभिन्न अव्यवस्थाओं को दूर करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने कहा कि सभी टीचर शिक्षा विभाग से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का बेहतर क्रियान्वयन करें. स्वयं की जिम्मेदारी बेहतर निभाते हुए शिक्षा के स्तर में सुधार कर अच्छा वातावरण तैयार करें और विद्यालय का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रखें.

न स्कूल भवन, न खेल मैदान
देलवाड़ा पंचायत समिति सदस्य व उपप्रधान पारी देवी ने शिक्षा व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि गांव में गर्ल्स स्कूल के लिए पर्याप्त भवन नहीं है. ऐसे में अभी एक ही भवन में दो स्कूलों का संचालन हो रहा है. खेल मैदान भी नहीं है. ऐसे में न तो शिक्षण कार्य सुचारू हो रहा है और न ही खेल प्रतिभा विकसित हो रही है. सरकार को उचित बजट देकर स्कूलों की समस्याओं का शीघ्रता से समाधान करना चाहिए.

कई बार दिखते हैं ऐसे नजारे
एक ही कमरे में दो-तीन कक्षाओं के संचालन को लेकर एबीपी न्यूज ने कलेक्टर कौशल से बात की तो उन्होंने बताया कि कई बार सरकारी स्कूलों में ऐसे नजारे देखने को मिलते हैं. स्कूल स्टाफ के छुट्टी पर होने या विद्यालय भवन में कमरों की कमी होने के कारण ऐसा किया जाता है ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो. यह शिक्षा विभाग से जुड़ा मामला है. हमारा प्रयास रहता है कि शिक्षण कार्य सुचारू हो, इसलिए समय-समय पर ऐसे निरीक्षण करते रहते हैं.

ग्राम पंचायत कार्यालय का भी किया निरीक्षण
जिला कलेक्टर ने दौरे के दौरान देलवाड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय का भी निरीक्षण किया. ग्राम पंचायत के कार्यों की जानकारी लेकर समीक्षा की. अधिकारियों से कहा कि सरकार के निर्देशानुसार सुशासन स्थापित करने के लिए लंबित प्रकरणों का जल्द निस्तारण करें. स्वयं के कार्यालय में आए आमजन की समस्याओं को सुनकर उनका शीघ्रता से निस्तारण करें. उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर भी देखा और समस्त स्टाफ को समय पर आने के लिए पाबंद किया. साथ ही कार्यालय परिसर की साफ-सफाई बेहतर रखने के निर्देश दिए.

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