Rajasthan Udaipur Police: अक्सर पुलिस का नाम आते लोगों के मन में नकारात्मक भाव आ जाते हैं. लेकिन, कोरोना काल में पुलिसकर्मियों के कई रूप देखने को मिले हैं. ऐसा ही पुलिस का एक अलग रूप मंगलवार को उदयपुर (Udaipur) शहर के सवीना थाने में नजर आया. यहां हंगामे की शिकायत पर पुलिस 7 युवकों को थाने लेकर आई तो वो मूक बधिर (Deaf and Dumb) निकले. पहले तो इशारों में युवकों की बात को कोई समझ ही नहीं पाया. इस बीच हेड कांस्टेबल सुनील विश्नोई (Sunil Vishnoi) ने उनकी भाषा में बात की तो पता चला कि, जहां हंगामे की शिकायत हुई उस घर में रहने वाले युवक ने इनके साथ 8 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. इसके बाद मूक बधिर युवकों की शिकायत पर कुणाल पुत्र जम्मू जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. कुणाल के परिवार के सदस्यों ने भी मूक-बधिर युवकों के खिलाफ अपशब्द कहने और हंगामा करने की रिपोर्ट दी है.
नौकरी लगवाने के नाम पर लिए पैसे
हेड कांस्टेबल सुनील विश्नोई ने बताया कि कंट्रोल रूम पर किसी का फोन आया था कि सवीना में कुछ युवक एक घर के बाहर हंगामा कर रहे हैं और अपशब्द कहे रहे हैं. पुलिस मौके पर पहुंची और सभी युवकों को थाने ले आई. बातचीत करते वक्त पता चला कि सभी मूक-बधिर हैं. इसके बाद किसी तरह बात को समझने की कोशिश की गई तो पता चला कि, युवकों का संपर्क कुणाल नाम के शख्स के साथ हुआ था. कुणाल ने नौकरी लगवाने के नाम पर किसी से एक तो किसी से डेढ़ लाख रुपए लिए थे. लंबा समय बीत जाने के बाद भी युवकों को ना कोई काम मिला ना ही पैसे, जिसके बाद मूक बधिर युवक कुणाल के घर गए थे.
ये है हैरान करने वाली बात
मामले को लेकर ये भी सामने आया है कि जब कोई बोल ही नहीं सकता तो हंगामा और अपशब्द कैसे कहेगा. फिलहाल, पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट ले ली है और जांच शुरू कर दी है. सुनील विश्नोई ने बताया कि जब शहर के प्रतापनगर थाने में तैनात था तो मूक बधिर की भाषा जानने वाले व्यक्ति से पहचान हुई थी. वो इशारों में मूक बधिरों से बात करता था तो वो समझ लेते थे. तब से ही इशारों की कुछ भाषा याद है जिसकी वजह से मूक बधिर युवकों से बात हो पाई.
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