Rajasthan Conflict in BJP: राजस्थान (Rajasthan) की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) का जन्मदिन जैसे-जैसे करीब आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक माहौल भी गर्मा रहा है. राजे गुट लगातार हमलावर होता दिख रहा है और अपने विरोधियों समेत विपक्ष पर निशाना साध रहा है. वसुंधरा राजे खेमे के पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत (Rajpal Singh Shekhawat), पूर्व संसदीय सचिव एवं विधायक भवानी सिंह राजावत (Bhawani Singh Rajawat) ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं की बैठक में ये दावा किया है कि केवल हाड़ोती ही नहीं पूरा राजस्थान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सुशासन को याद कर रहा है. लोग अपनी तकदीर की बागडोर उनके हाथों में सौंपने को आतुर हैं.
कमान वसुंधरा राजे को सौंप देनी चाहिए
भवानी सिंह राजावत ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया (Satish Poonia) और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कई नेता मुख्यमंत्री बनने के लिए, 'कुछ लोग मुंह धोकर बैठे हैं' उनका राजे के जन्मदिन के कार्यक्रम में उमड़ने वाले सैलाब को देखकर बुखार उतर जाएगा. इन लोगों को निराशा हाथ लगेगी, आने वाले समय में हाईकमान को सोच विचार कर राजस्थान की कमान वसुंधरा राजे को सौंप देनी चाहिए, नहीं तो प्रदेश में हमारा राज आने की कोई संभावना नहीं रहेगी.
3 साल गहलोत और पायलट की लड़ाई में निकल गए
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जन्मदिन की तैयारियों के लिए आयोजित की गई बैठक में भवानी सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के 3 साल गहलोत और पायलट की लड़ाई में निकल गए और अपने ही विधायकों को जैसलमेर और गुड़गांव के पांच सितारा होटलों में महीनों ठहराया है. अब पार्टी में विस्फोट के डर से जंबो मंत्रिमंडल, राजनीतिक नियुक्तियां और मुख्यमंत्री को सलाहकारों की घोषणा करनी पड़ी है. लेकिन, अब चाहे विधायकों को सोने में तोल दें, इस सरकार की विदाई तय है. 50 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा को हास्यप्रद बताते हुए उन्होंने कहा कि 3 साल तक सरकार केवल 50 यूनिट बिजली का झुनझुना देती रही है लेकिन 2 बल्ब और 1 पंखे का बिल 50 यूनिट से ज्यादा आता है. बिजली के बिल इतने ज्यादा आने लगे हैं जिसके कारण लोग कनेक्शन लेना तो क्या किसान और आम आदमी अपने बिजली के कनेक्शन कटाने को मजबूर हो गए हैं.
उत्साहित हैं लोग
भवानी सिंह राजावत ने कहा कि अच्छा होता अगर वसुंधरा राजे का जन्म दिवस समारोह कोटा में होता. मथुराधीश के दर्शन करके दशहरा मैदान में लाखों का जनसैलाब उमड़ता लेकिन तपोभूमि केसरिया पाटन का चयन वसुंधरा जी ने उचित समझकर किया है. जन्म दिवस समारोह में भाग लेने के लिए कार्यकर्ताओं में उमंग और उत्साह भरा हुआ है लोग बढ़ चढ़कर केशवरायपाटन जाने के लिए आतुर हैं. इस दौरान राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि, कोटा में कुमार सिटी के पैसे का दुरुपयोग हो रहा है. प्रदेश दिवालियापन की ओर जा रहा है.
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