Rajasthan: अशोक गहलोत बोले- 'मुझे पद की भूख नहीं', पायलट-जोशी की मुलाकात पर 'खेला होवे' की बात, क्या बदलेगी राजस्थान की तस्वीर?
Rajasthan Politics: चिन पायलट ने शनिवार को स्पीकर सीपी जोशी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. लंबी चर्चा के बाद वह बंगले से बाहर निकले. इसके बाद सीपी जोशी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिले.
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में तनाव साफ देखा जा सकता है. वहीं, अब पार्टी की राजनीति में बड़ा उलटफेर होने की आशंकाएं भी साफ देखी जा सकती हैं. दरअसल, मुख्यमंत्री की गद्दी के लिए अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट की लड़ाई गहराती दिख रही है. हालांकि, फेरबदल के जो संकेत मिल रहे हैं वह चौंकाने वाले हैं.
एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कह रहे हैं कि उन्हें अब किसी भी पद की लालसा नहीं रही. वहीं, दूसरी तरफ सचिन पायलट की विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात के अलग मायने निकाले जा रहे हैं. इतना ही नहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णम के एक ट्वीट ने राजस्थान की राजनीति में खलबली पैदा कर दी है. सचिन पायलट और सीपी जोशी की तस्वीर को शेयर करते हुए प्रमोद कृष्णम ने लिखा, 'खेला होवे'.
खेला होवै. https://t.co/D4BicTnhpo
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) April 29, 2023
'मुझे किसी पद की भूख नहीं'- अशोक गहलोत
दरअसल, अशोक गहलोत ने बीते शुक्रवार एक जनसंबोधन में कहा, 'मैं 50 साल से राजनीति कर रहा हूं. कांग्रेस ने मुझे सबकुछ दिया. सोनिया गांधी ने मुझे 3 बार मुख्यमंत्री बनाया. इंदिरा गांधी ने साथ दिया और पांच बार मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बनाया और इंदिरा गांधी के साथ डिप्टी मिनिस्टर भी रहा. राजीव गांधी के साथ राज्यमंत्री बन गया. प्रधानमंत्री के साथ अटैच रहा. नरिसम्हा राव की सरकार में टेक्स्टाइल मंत्री रहा. मुझे कोई पद की भूख नहीं है. मैं चाहता हूं कि जबतक मेरी सांस है, तब तक जनता की सेवा करूं. यही मेरा संकल्प है. धन्यवाद, जय हिन्द.' वे अपने राजनीतिक रिटायरमेंट को लेकर ये बात कह रहे थे.
'खेला होवे' से प्रमोद कृष्णम का क्या मतलब है?
गौरतलब है कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने शनिवार को स्पीकर सीपी जोशी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. लंबी चर्चा के बाद वह बंगले से बाहर निकले. इसके बाद सीपी जोशी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिले. विधासभा अध्यक्ष से मिलने के बाद सचिन पायलट ने कहा कि नेताओं को धरातल पर उतरना होगा और पार्टी के लिए काम करना होगा. साथ ही उनके सुझावों पर अमल करने की बात कही.
सीपी जोशी से मुलाकात पर सचिन पायलट ने कहा कि यह पूरी तरह से अनौपचारिक मीटिंग थी. शाम को सीपी जोशी की तरफ से प्रसादी का आयोजन रखा गया है. शाम को वह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच सकते, इसलिए अभी मिलने पहुंच गए थे.
अब ऐसे में आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या अशोक गहलोत आगामी विधानसभा चुनाव में सीएम की गद्दी के दावेदार बनने के इच्छुक नहीं हैं? क्या सचिन पायलट को कांग्रेस आलाकमान कोई अहम देने वाली है? क्या चुनाव से पहले 'गहलोत बनाम पायलट' की लड़ाई पर विराम लगना संभव है?