Rajasthan News: राजस्थान में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) एक लम्बी दूरी तय कर चुकी है, लेकिन 17 दिसम्बर का दिन खास है क्योंकि इस दिन राजस्थान सरकार (Ashok Gehlot government) के चार साल पूरे हो रहे हैं और राहुल गांधी ने 17 दिसम्बर को यात्रा में आराम का दिन चुना है. यात्रा में आराम का यह दिन क्यों रखा गया है इसके पीछे की बड़ी वजह सामने आई है. राजस्थान में राहुल गांधी की यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है. राहुल गांधी जबसे जयपुर (Jaipur) से लौटे हैं तबसे अभी तक चले नहीं हैं. अब यह यात्रा यूपी होते हुए हरियाणा से आगे निकल जाएगी. राहुल के आराम करने के पीछे की वजह सामने आई है.


इस वजह से लिया यात्रा में रेस्ट
कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि, यात्रा में 10 दिन बाद एक दिन का आराम डे आता है. सभी राज्यों में ऐसा हुआ है. राजस्थान में एक बार 9 दिसम्बर को रेस्ट लिया गया था और अब 17 को लिया गया है. यात्रा में चल रहे लोगों और राहुल गांधी को इससे राहत मिलती है. यह पहले से तय है और इसे सरकार के चार साल पूरा होने को जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.


रविवार को दौसा पार का प्लान
रविवार को यह यात्रा दौसा पार कर जाएगी. सोमवार की दोपहर अलवर में यात्रा पहुंचने पर एक जनसभा होनी है. इसके बाद यात्रा आगे बढ़ती जाएगी. राजस्थान में यात्रा का दूसरा अवकाश रहेगा. राजस्थान में 521 किमी की दूरी तय करके यह यात्रा यहां से निकल जाएगी. सचिन पायलट के गढ़ दौसा में रहकर राहुल गांधी यात्रा में रेस्ट करेंगे, यह चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं.


राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. यात्रा तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से होते हुए राजस्थान आ गई है. यात्रा का समापन फरवरी 2023 की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में होगा, राजस्थान की यात्रा ज्यादा चर्चा में है.


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