Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में एक बार फिर से सियासी भूचाल उठ गया है.  पिछले कुछ दिनों से जहां एक तरफ सचिन पायलट गुट  लगातार अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोल रहा है. वहीं अब अशोक गहलोत ने भी सचिन पायलट को इशारों में 'कोरोना' तक कह डाला है.


18 जनवरी को सचिवालय में बैठक के दौरान जब कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री से यह पूछा कि आप हर सोमवार को हम कर्मचारियों से मिला करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है. इसपर सीएम अशोक गहलोत ने बताया कि कोरोना काल की वजह से मैं नहीं मिल पा रहा था. लेकिन उसके बाद अब हमारी पार्टी में एक और बड़ा 'कोरोना' आ गया है.  इसपर लोग हंसने लगे. सीएम गहलोत ने भी मुस्कुराते हुए ये बात कही.  वहीं इस बात से एक बार फिर राजस्थान के सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है.


सचिन पायलट के लिए है इशारा 


राजस्थान में कमर्चारी संघ के नेता गजेन्द्र सिंह 18 जनवरी की बैठक में शामिल थे. गजेन्द्र सिंह ने बताया कि सचिवालय की बैठक में मैं शामिल था. जहां पर जब सीएम गहलोत  से सोमवार को न मिलने बात कही गई तो जवाब में कोरोना का जिक्र किया गया. सीएम ने ने यह भी कहा कि जब हम सोमवार को खूब मिलते थे  तो हमारी सीटें मात्र 56 आईं.  उसके बाद 21 हो गई. इसके लिए क्या कहा जाए. मिलना न मिलना सब बराबर है.  इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि आखिर अशोक गहलोत ने क्यों ये इशारा दिया है. 


फिर एक बार आमने-सामने दोनों गुट


वहीं एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट एक बार फिर आमने-सामने होता हुआ दिखाई दे रहा है. पिछले दिनों झुंझुनू में राजेन्द्र सिंह गुढ़ा के मंच से सचिन पायलट को सीएम बनाने के लिए मांग भी उठी. जहां पर गुढ़ा ने खुलकर सचिन पायलट को को राजस्थान का बड़ा नेता बता दिया. इसके बाद से अशोक गहलोत गुट आक्रामक हो गया है.  वहीं सचिन पायलट लगातार राजस्थान में किसान जनसभाओं को सम्बोधित कर रहे हैं.  इस बात को लेकर भी ये पर तनाव  देखा जा रहा है.  जानकार बता रहे हैं कि चुनाव नजदीक आते ही  दोनों गुटों की ओर से अभी और बयानबाजी हो सकती है.


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