Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में इन दिनों सियासी पारा चढ़ा हुआ है. पूर्व उपमुख्यमंत्री और प्रदेस कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पायलट ने एलान किया है कि गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं की, इसको लेकर वे मंगलवार को अनशन पर बैठेंगे. वहीं पायलट के इस कदम पर कुछ नेता उनकी आलोचना कर रहे हैं तो कुछ नेताओं का उनको साथ मिल रहा है. इस बीच प्रियंका गांधी के सबसे करीबियों में से एक आचार्य प्रमोद कृष्णम की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.
दरअसल, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर कहा, "क्या वसुंधरा के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाना गलत है." इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी बिना नाम लिए निशाना साधा है. उन्होंने लिखा, "अडानी की 'तारीफ' और 'वसुंधरा' से मित्रता, लेकिन मुख्यमंत्री 'कांग्रेस' के हैं, वाह क्या 'जादूगरी' है."
गहलोत के मंत्री का भी मिला साथ
आचार्य प्रमोद कृष्णम के अलावा सचिन पायलट को गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का भी साथ मिल चुका है. खाचरियावास ने कहा कि सचिन पायलट के सवालों में दम है. उनका कहना है कि हमारा नेता राहुल गांधी केंद्र में अडानी के खिलाफ लड़ रहा है और इस पर केंद्र सरकार को घेरे हुए हैं और हम यहां भ्रष्टाचार में खुद कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए कि हमने भ्रष्टाचार पर कितना काम किया है और क्या कार्रवाई की गई है. यह सवाल तो कोई भी आम कार्यकर्ता भी कर सकता है. अब बात पार्टी के अंदर से आई आवाज की है. इसपर अमल होना चाहिए.
'संघर्ष किया और सवाल भी न करें'
प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने सचिन पायलट के संबंधों पर भी कई सारी बातें बताई हैं. उन्होंने बताया कि विपक्ष में रहते हुए हमने बड़ा संघर्ष किया था और संघर्ष के बाद कांग्रेस की सरकार बनी है. हम जिलाध्यक्ष थे और पायलट प्रदेश अध्यक्ष थे. वे हमारे सम्मानित नेता हैं.
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