Rajasthan Politics: भीलवाड़ा से निर्दलीय विधायक अशोक कोठारी (Bhilwara Independent MLA Ashok Kothari) के बीजेपी की सदस्यता (BJP Membership) लेने पर विवाद खड़ा हो गया है. विपक्ष में बैठी कांग्रेस (Congress) ने अशोक कोठारी की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली (Tika Ram Jully) ने विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में अशोक कोठारी की विधायकी खत्म करने की मांग की गयी है.


टीकाराम जूली ने दल-बदल कानून के प्रावधानों का हवाला दिया है. उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायक के किसी भी पार्टी का सदस्य बनने पर विधानसभा की सदस्यता खत्म हो जाती है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भीलवाड़ा शहर से चुने हुए निर्दलीय विधायक अशोक कोठारी ने बीजेपी की सदस्यता लेकर संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत दल-बदल कानून का उल्लंघन किया है. कोठारी ने 4 सितंबर को बीजेपी का सदस्यता प्रमाण-पत्र संख्या 5826 सोशल मीडिया पर शेयर किया है.




निर्दलीय MLA की विधायकी पर मंडराया खतरा!


विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए अब आगे किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं रह जाती है. निर्दलीय विधायक अशोक कोठारी ने विवाद पर सफाई दी. उन्होंने विपक्ष का बिना नाम लिए कहा कि बेवजह मुद्दा बनाया जा रहा है.




विवाद बढ़ने पर अशोक कोठारी की आई सफाई


अशोक कोठारी ने कहा, "मैं किसी भी पार्टी या दल का सदस्य नहीं हूं. सनातन धर्म की रक्षा और देश की अखंडता के लिए बीजेपी की सदस्यता ली है. मुझे पहले मालूम नही था कि सदस्यता लेने से विवाद बढ़ जायेगा. कानूनी पेचीदगियां कुछ भी हों, हम सब को देश हित में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करनी चाहिए. मैं अन्य को केसे प्रोत्साहित कर सकता हूं जब मैं ही सदस्य नही बना. इसलिए मैंने सदस्यता ग्रहण की है. विपक्ष की विचारधारा पर टीका टिप्पणी नहीं करनी है."


कोठारी के सदस्यता ग्रहण पर बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा ने प्रदेश स्तर का मामला बताया. उन्होंने कहा कि सदस्यता दिलाने का फैसला प्रदेश की कमेटी तय करती है. सदस्य बनने के लिए बीजेपी की तरफ से किसी को मनाही नहीं है. 


(रिपोर्ट- सुरेंद्र सागर)


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