राजस्थान: तीन हारे हुए विधायकों को कांग्रेस आलाकमान ने क्यों दी बड़ी जिम्मेदारी? जानिए इसकी वजह
Rajasthan Politics: राजस्थान उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने दिव्या मदेरणा, धीरज गुर्जर और दानिश अबरार को अलग-अलग प्रदेशों में प्रभारी सचिव बनाया है. हालांकि, ये तीनों नेता विधानसभा चुनाव हार चुके हैं.
Rajasthan News: राजस्थान कांग्रेस (Congress) के तीन नेताओं को प्रदेश से बाहर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जिसपर अब सियासी चर्चा शुरू हो गई है. चर्चा है कि तीनों पूर्व विधायक पिछले कुछ महीनों से संगठन में जिम्मेदारी लेने के लिए आलाकमान तक अपनी लॉबिंग करवा रहे थे. कांग्रेस ने दिव्या मदेरणा, धीरज गुर्जर और दानिश अबरार को तीन अलग-अलग प्रदेशों में प्रभारी सचिव बनाया है.
इसमें धीरज गुर्जर को उत्तर प्रदेश का प्रभारी सचिव, दानिश अबरार को दिल्ली का प्रभारी सचिव और दिव्या मदेरणा को जम्मू और कश्मीर का प्रभारी सचिव बनाया गया है. खास बात यह है कि यह तीनों एक साथ विधानसभा का चुनाव हार गए थे. हालांकि, पहले ये विधायक रहे हैं और राजस्थान कांग्रेस में अपना पारिवारिक राजनीतिक वजूद रखते हैं.
राजस्थान उपचनाव से पहले मिली बड़ी जिम्मेदारी
चर्चा थी कि धीरज गुर्जर देवली उनियारा से विधानसभा का उपचुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन उसके पहले ही उन्हें यूपी भेज दिया गया है. ओसियां से कांग्रेस की विधायक रहीं दिव्या मदेरणा साल 2023 का विधानसभा चुनाव 2,807 मतों से हार गई थीं. इसके बाद से वो यहां की राजनीति में दिखाई नहीं दी. सूत्रों का कहना है कि तभी से वो संगठन में जाना चाह रही थी. इसके बाद उन्हें अब राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है.
दिव्या मदेरणा अशोक गहलोत पर खुलकर सियासी हमले करती रही हैं. चुनाव हारने के बाद उनका कोई राजनीतिक बयान नहीं आया था. वहीं दानिश अबरार को किरोड़ी लाल मीणा ने 22 हजार से अधिक वोटों के अंतर से चुनाव हरा दिया था. उसके बाद से वो संगठन में आना चाह रहे थे, अब उन्हें दिल्ली भेजा गया है . जबकि धीरज गुर्जर जहाजपुर सीट से मात्र 600 वोटों से चुनाव हार गए थे, लेकिन उन्हें अब यूपी में सचिव बनाया गया है.
बता दें राजस्थान में छह सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें ये तीनों नेता यहां पर प्रभाव डाल सकते थे. इसलिए उससे पहले ही इन्हें बड़ी जिम्मेदारी देकर यहां से बाहर भेज दिया गया है.