Rajasthan: ‘कांग्रेस ने राज्य को विकास में पिछड़ा और महंगाई में अव्वल बना दिया’, गजेंद्र सिंह शेखावत का गहलोत सरकार पर हमला
Gajendra Singh Shekhawa In Ajmer: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में इस सरकार ने राजस्थान को विकास में पिछड़ा बना दिया है.
Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कुछ ही समय बाकी है ऐसे में राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप के दौर में तेजी देखने को मिल रही है. इसी बीच केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्य की गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में इस सरकार ने राजस्थान को विकास में पिछड़ा और महंगाई, भ्रष्टाचार और महिला अत्याचार में अव्वल बना दिया है. इन चुनावों में जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है
शेखावत गुरुवार (12 अक्टूबर) को अजमेर के दौरे पर थे. यहां पर भाजपा की चुनाव प्रबंधन कार्यशाला में कार्यकर्ताओं से संवाद किया. भाजपा की बैठकों के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि यह सरकार चुनाव के समय झूठी घोषणाएं करके सत्ता में आई, लेकिन किसानों के साथ छलावा किया. उनके ऋण माफ नहीं किए. युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया. महिला सुरक्षा में विफल रही. सरकार बनने के बाद साढ़े चार साल तक किस्सा कुर्सी का खेल चलता रहा. इस संघर्ष के चलते राज्य के सात करोड़ से ज्यादा लोग परेशान होते रहे.
कांग्रेस के आने के बाद राजस्थान में विकास नहीं- शेखावत
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जब तक यहां भाजपा की डबल इंजन की सरकार थी. प्रदेश प्रगति के हर पथ पर आगे रहा, लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद राजस्थान विकास के हर पैरामीटर में निचले पायदान पहुंच गया, जबकि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महिलाओं के प्रति अपमानजनक व्यवहार में नंबर वन पर पहुंच गया. कभी राजस्थान देश की सांस्कृतिक राजधानी हुआ करती थी. आज यह अपराध की राजधानी बन गई. आठ हत्याएं और अट्ठारह बलात्कार रोज हो रहे हैं. दलित उत्पीड़न हो रहा है. आज अपराध दो सौ प्रतिशत बढ़े हैं.
विधायकों के संरक्षण में पनपा भ्रष्टाचार
शेखावत ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के विधायकों के संरक्षण में यहां अपराध और भ्रष्टाचार पनपा. यदि भ्रष्टाचार के मामलों की सही ढंग से जांच हो तो इस सरकार के कितने ही मंत्री और अधिकारी जेल में होंगे. प्रदेश में गहलोत सरकार के राज में गैगवार चरम पर पहुंच गया है. माइनिंग माफिया, शराब माफिया, बजरी माफिया, भूमाफिया और डीजल माफिया आदि पनप गए. राजस्थान को बलात्कारी प्रदेश की पहचान देने का पाप इस गहलोत सरकार ने किया है. बढ़ते बलात्कार के मामलों में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा गया तो वे कभी कहते हैं कि राजस्थान में केस ज्यादा रजिस्टर्ड होते हैं, इसलिए ये हो रहा है. फिर कहने लगे सबसे ज्यादा रैप रिश्तेदार करते हैं. गहलोत सरकार के सबसे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने तो विधानसभा में राजस्थान की प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने का काम किया. उन्होंने विधानसभा में कहा कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, इसलिए यहां बलात्कार ज्यादा होते हैं.
लाल डायरी से क्यों डरी सरकार
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के कारनामों से इतनी डरी हुई है कि जब इस सरकार के बर्खास्त मंत्री विधानसभा में लाल डायरी के पन्ने दिखा रहे थे, तब उस डायरी को पकड़ने के लिए इसके मंत्री व विधायक दौड़ और डायरी को हथियाने के लिए लात घूंसे भी चलाने लगे. आखिर यह सरकार लाल डायरी से इतनी डरी हुई क्यों है? अभी तो भ्रष्टाचार की ऐसी न जाने कितनी डायरी और दबी हुई है.
युवाओं का भविष्य खराब किया
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह सरकार युवा विरोधी है. बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया. उल्टा पेपर लीक कर युवाओं का भविष्य अंधकार में कर दिया. पहले मुख्यमंत्री गहलोत कहते थे कि पेपर लीक में कोई नेता और अधिकारी नहीं है, लेकिन बाद में अधिकारी भी आए और नेता भी. आरपीएससी के मेंबर भी जेल में है, अभी तो ईडी की जांच शुरू हुई है. जांच आगे बढ़ेगी तो कई सफेदपोश कांग्रेसी जेल के पीछे होंगे.
प्रदेश को दंगों की आग में धकेला
शेखावत ने कहा कि इस सरकार ने प्रदेश को तुष्टिकरण की नीति के चलते सांप्रदायिक आग में झोंका गया. मोदी जी मंदिर में बना रहे, ये मंदिर तोड़ रहे, शिवालय तोड़ रहे. इसके चलते सांप्रदायिक ताकतों के हौसले बुलंद हो गए और उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड जैसा जघन्य अपराध हुआ. तुष्टिकरण की हालत यह है कि सरकार जयपुर में एक संप्रदाय विशेष के युवक की झगड़े में मौत पर उसके परिजनों को तुरंत पचास लाख रुपए दे देती है, जबकि गैंगवार में दो दलित युवकों की मौत पर कोई प्रसंज्ञान नहीं लेती.
केंद्र की योजनाओं पर नहीं हुआ काम
शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार के राज में केन्द्र सरकार की योजनाओं पर काम नहीं हुआ. जल जीवन मिशन में तीस हजार करोड़ दिए, लेकिन काम के मामले में पूरे देश में नीचे से तीसरे नंबर पर है राज्य. मिशन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है. राजस्थान को कर्ज के गर्त में धकेल दिया. जनता इस सरकार को हटाने के लिए एक एक दिन गिन रही है. भ्रष्टाचारी, नाकारा निकम्मी सरकार और माफिया को पनपाने वाली सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए लोग तैयार है.
टिकटों का विरोध स्वाभाविक प्रक्रिया
राज्य में भाजपा के टिकटों की पहली सूची जारी होने के बाद हो रहे विरोध के मामले में उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की उम्मीद है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी. इसलिए यहां टिकट के दावेदार भी ज्यादा है. टिकट मांगना कार्यकर्ता का हक है. जब टिकट नहीं मिलता तो थोड़ी बहुत नाराजगी होना स्वाभाविक है. एक-दो दिन में यह शांत हो जाएगी.
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