Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) में कांग्रेस (Congress) में चल रही अंदरुनी खींचतान के बीच विधायकों और मंत्रियों से पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने एक-एक कर बात की. यह बातचीत तीन दिन चली जिस दौरान सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) समेत 108 विधायकों ने अपनी बात रखी जबकि इस पूरे संवाद कार्यक्रम से दो मंत्री और 14 विधायक गैरहाजिर रहे. सभी से बातचीत के बाद उनके क्षेत्र को लेकर तैयार की गई सर्वे रिपोर्ट उन्हें सौंप दी गई. वहीं माना जा रहा है कि 60 मंत्री और विधायकों टिकट मिलने पर संकट नजर आ रहा है. वहीं, माना जा रहा है कि 2018 में जिन 40 सीटों पर उम्मीदवारों को हार मिली थी उन्हें दोबारा टिकट नहीं दिया जाएगा. फिलहाल पार्टी 3-4 सर्वे और करेगी और उसके आधार पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
जिन विधायकों ने इस संवाद में हिस्सा नहीं लिया उसमें पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) भी शामिल थे. वहीं जलदाय मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) भी इससे दूर रहे. अनुपस्थित रहने पर सभी ने अलग-अलग कारण गिनाए. विधायक हाकिम अली खान ने पार्टी नेतृत्व को बताया कि हज से लौटने के कारण वह संवाद में नहीं जा पाए जबकि जलदाय मंत्री महेश जोशी ने बताया कि उनकी पत्नी की तबीयत खराब है. विधायक मीना कंवर वायरल फीवर के कारण इस मीटिंग में नहीं आ पाईं. इस पूरे संवाद में 27 मंत्रियों ने हिस्सा लिया. सभी से रंधावा ने एक-एक कर बात की.
सर्वे रिपोर्ट मानने को तैयार नहीं दिखे कुछ नेता
सीएम अशोक गहलोत ने बताया कि रंधावा जी की देखरेख में सर्वे कराया गया है. जो कि हर विधायक के साथ साझा किया गया है. सीएम गहलोत ने बताया कि हर महीने काम को लेकर रिपोर्ट आएगी ताकि विधायक अपने काम में सुधार कर सकें. हालांकि इस सर्वे रिपोर्ट को कुछ विधायक मानने को तैयार नहीं हैं. पीपलदा के विधायक ने कहा कि वह सर्वे रिपोर्ट नहीं मानते. इसके अलावा दूदू के विधायक और सीएम के सलाहकार बाबूलाल नागर ने अपनी जीत का दावा पेश करते हुए कहा, 'मेरी सीट तो नंबर एक है. चाहे कांग्रेस से लड़ूं या बीजेपी से या फिर निर्दलीय लडू़ मेरी जीत पक्की है.'
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