'BJP को समझना...', हनुमानगढ़ में नगर पालिका उपचुनाव स्थगित होने पर अशोक गहलोत क्या बोले?
Hanumangarh Nagar Palika Bypoll: अशोक गहलोत ने कहा भादरा में नगर पालिका अध्यक्ष उपचुनाव में बीजेपी की हार के डर से राज्य सरकार ने पूर्व निर्धारित चुनावों को दबाव बनाकर बिना किसी कारण स्थगित कर दिया.
Hanumangarh Nagar Palika By-Election: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की भादरा नगर पालिका का उपचुनाव सोमवार (8 जुलाई) को होना था. ऐसे में निर्धारित समय पर मतदान न शुरू होने की वजह से इलेक्शन कमीशन ने यह चुनाव स्थगित कर दिया है. इस बीच चुनाव आयोग के फैसले का पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने विरोध किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की हार के डर से भादरा में नगर पालिका का उपचुनाव बिना किसी कारण स्थगित कर दिया गया.
दरअसल, अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर ट्वीट कर कहा, "हनुमानगढ़ के भादरा में नगर पालिका अध्यक्ष उपचुनाव में बीजेपी की हार के डर से राज्य सरकार ने पूर्व निर्धारित चुनावों को दबाव बनाकर बिना किसी कारण स्थगित कर दिया. पहले भरतपुर में जिला प्रमुख चुनाव को भी इसी तरह बीजेपी की हार के डर से स्थगित किया गया था."
अशोक गहलोत ने आगे लिखा, "ऐसा लगता है यहां बीजेपी चंडीगढ़ मेयर चुनाव जैसी व्यवस्था नहीं कर सकी इसलिए यह नौबत आई. बीजेपी को समझना चाहिए कि हार के डर से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर जनता की नाराजगी को नहीं छिपाया जा सकता है. लोकतंत्र में जनता की आवाज ही सर्वोपरि है."
हनुमानगढ़ के भादरा में नगर पालिका अध्यक्ष उपचुनाव में बीजेपी की हार के डर से आज राज्य सरकार ने पूर्व निर्धारित चुनावों को दबाव बनाकर बिना किसी कारण स्थगित कर दिया। पहले भरतपुर में जिला प्रमुख चुनाव को भी इसी तरह बीजेपी की हार के डर से स्थगित किया। लगता है यहां बीजेपी चंडीगढ़ मेयर…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 8, 2024
कांग्रेस ने किया हंगामा
बता दें भादरा नगर पालिका में उस समय हंगामा हो गया, जब उपचुनाव का समय बीत जाने के बाद भी मतदान शुरू नहीं हुआ. भादरा नगरपालिका के अध्यक्ष पद के लिए सोमवार सुबह सुबह 10 बजे से 2 बजे तक मतदान होना था. निर्धारित समय पर करीबन 10 बजे कांग्रेस प्रत्याशी मुस्कान बानो के साथ 21 पार्षद मतदान स्थल पहुंचे, लेकिन सवा घंटा बीतने के बाद भी मतदान शुरू नहीं हुआ.
वहीं जानकारी मिली कि निर्वाचन अधिकारी एसडीएम जेपी चंदेलिया मौके पर मेडिकल छुट्टी लेकर चले गए. इससे मतदान शुरू नहीं हो सका, जिस पर पूर्व विधायक बलवान पूनिया और उनके समर्थकों ने रोष जताते हुए नारेबाजी की. साथ ही सरकार पर दबाव बनाकर मतदान प्रभावित करने का आरोप लगाया.