Rajasthan Leader of Opposition: राजस्थान में अब नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर चर्चा तेज हो गई है. हालांकि, जयपुर में बैठक के बाद विधायकों ने दिल्ली के ऊपर नाम छोड़ दिया है. जिसपर वहां पर अब मंथन और चिंतन शुरू कर दिया है. जिसमें जाट नेता और बायतु विधायक हरीश चौधरी का नाम सबसे आगे है. पिछले कई दिनों से उनसे विधायकों के मिलने का दौर भी शुरू हो गया है. 


अलग-अलग जिलों के नवनिर्वाचित विधायक हरीश चौधरी से मुलाक़ात भी कर रहे है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी भी किसी सरल और फेमस चेहरे पर नेता प्रतिपक्ष पद का दांव लगा सकती है. हालांकि, कई दिग्गज नेता चुनाव हार चुके  है. ऐसे में हरीश चौधरी का नाम सबसे आगे हैं. हरीश पहले सांसद भी रह चुके हैं. जाट के अलावा अन्य जातियों और खासकर युवाओं में इनकी मजबूत पकड़ है. इसलिए इनके चेहरे पर सहमति बनती हुई दिख रही है.


दिल्ली से आएगा परिणाम 
विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार से पार्टी में चिंतन जारी है. दिल्ली में आलाकमान अब बैठक में नाम फाइनल करेगा. चुनाव में सचिन पायलट के लोगों को भी जीत मिली है. उन्हें भी दरकिनार नहीं किया जा सकता है. इसलिए सचिन पायलट के पक्ष में भी नेता प्रतिपक्ष के लिए कुछ लोग शामिल है. हालाँकि, सूत्रों का कहना है पार्टी में सचिन पायलट के समर्थकों को सचेतक बनाए जाने पर भी विचार हो रहा है. सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने पर भी कांग्रेस का एक धड़ा अड़ा हुआ है. जिसपर एक महीने के अंदर फैसला होने की चर्चा है. इसपर भी दिल्ली की बैठक में निर्णय होने की बात कही जा रही है. 


लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू 
दिल्ली में कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. जिसमें राजस्थान को बड़ी अहमियत दिए जाने की बात हो रही है. राजस्थान में संगठानात्मक बदलाव के संकेत मिल गए है. इसलिए यहां पर एक जाट और एक एससी और एसटी को वरीयता मिलेगी. किसी महिला को भी राष्ट्रीय नेतृत्व में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. दिव्या मदेरणा को लेकर भी चर्चा तेज है. महिला कांग्रेस में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा है. 


यह भी पढ़ें: Rajasthan Election Results: उदयपुर सीट से कभी स्थाई नहीं रही कांग्रेस, जानें गौरव वल्लभ की हार के बड़े कारण