Rajasthan: अभियंता मारपीट मामले में कांग्रेस MLA गिर्राज सिंह मलिंगा ने किया आत्मसमर्पण, आरोपों को बताया निराधार
Rajasthan News: अभियंताओं के साथ मारपीट के मामले में आरोपी कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (Girraj Singh Malinga) ने बुधवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.
Congress MLA Girraj Singh Malinga Surrenders: राजस्थान (Rajasthan) के धौलपुर (Dholpur) जिले में बिजली विभाग (Electricity department) के 2 अभियंताओं के साथ मारपीट के मामले में आरोपी कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (Girraj Singh Malinga) ने बुधवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. मलिंगा ने जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव (Anand Srivastava) के समक्ष आत्मसमर्पण किया जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि, ''विधायक ने आत्मसमर्पण किया है, उन्हें हिरासत में धौलपुर ले जाया जा रहा है. उनके खिलाफ वहीं मुकदमा दर्ज है. वहां सम्बद्ध जांच अधिकारी आगे की कार्रवाई करेंगे.''
विधायक मलिंगा ने आरोपों को बताया निराधार
वहीं, विधायक मलिंगा ने खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए संवाददाताओं से कहा कि, ''आज सुबह यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिला. उन्होंने (मुझे) पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने को कहा, मैंने आत्मसमर्पण कर दिया. मुझे कानून और न्यायालय पर पूरा भरोसा है.'' इस अवसर पर मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी मौजूद थे.
2 अभियंताओं के साथ हुई मारपीट
गौरतलब है कि, धौलपुर जिले में बिजली विभाग के बाड़ी स्थित कार्यालय में 2 अभियंताओं के साथ मारपीट के मामले में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ 29 मार्च को मामला दर्ज किया गया था. आरोप है कि विधायक मलिंगा, एक स्थानीय पार्षद प्रतिनिधि समीर खान और 5-6 अन्य लोग मंगलवार को डिस्कॉम के कार्यालय में आए और सहायक अभियन्ता (एईएन) हर्षादिपति व कनिष्ठ अभियंता (जेईएन) नितिन गुलाटी के साथ बुरी तरह से मारपीट की. उन्हें जातिसूचक गालियां निकालीं. इस घटना के बाद राज्य सरकार ने जिला पुलिस अधीक्षक को हटाने के निर्देश दिए, जबकि संबद्ध इलाके के अंचल अधिकारी व थाना अधिकारी को निलंबित कर दिया गया.
बीजेपी थी हमलावर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले में दोषियों की अति शीघ्र पहचान कर सख्त कार्रवाई करने को कहा था. गहलोत अस्पताल में भर्ती एईएन हर्षादिपति से मिलने भी गए थे. इस मामले को लेकर मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने जहां सरकार पर निशाना साधा था, वहीं बिजली कर्मचारी भी आंदोलनरत थे.
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