Jalore Student Death Case: राजस्थान के जालोर जिले का सुराणा गांव इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बन गया है. स्कूल में एक टीचर की पिटाई से दलित बच्चे की मौत के बाद पीड़ित परिवारों से एक के बाद एक नेता मिलने पहुंच रहे हैं. इस बीच पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक से कांग्रेस विधायक सचिन पायलट भी 250 गाड़ियों के काफिले के साथ दलित छात्र के परिजनों से मिलने पहुंचे. उनके इस काफिले को उनके शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है.
दरअसल अगले साल राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी नेताओं के एक मुद्दे पर अलग-अलग बयान आना सियासी हल्कों में हलचल पैदा कर देता है. दलित छात्र की मौत के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पीड़ित परिवार को 20 लाख देने की घोषणा. वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ही कांग्रेस पार्टी की सरकार को घेरते हुए कहा कि मृतक छात्र इंद्र के पिता कह रहे हैं कि परिवार के साथ पुलिस ने गलत व्यवहार किया था. एडीएम पर भी आरोप लगे हैं. इस पर राज्य सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.
250 गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंचे पायलट
वहीं सचिन पायलट करीब 250 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ सुराणा गांव पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. पायलट का जोधपुर एयरपोर्ट पर स्वागत हुआ. उसके बाद 100 गाड़ियों के काफिले के साथ आगे बढ़े. पचपदरा बाईपास पर विधायक मदन प्रजापत ने स्वागत किया. सिणधरी में वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने स्वागत किया. धावा में पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल श्याम खीचड़, आजाद सिंह व जालोर में पूर्व विधायक समरजीत सिंह व रतन देवासी ने स्वागत किया. जालौर के सुराणा गांव पायलट का काफिला पहुंचा. बताया जा रहा है कि करीब 250 से अधिक गाड़ियां काफिले में शामिल थीं.
डोटासरा चार मंत्रियों के काफिले के साथ आए
वहीं राजस्थान कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा चार मंत्रियों के साथ सुराणा गांव मृतक दलित बच्चे के घर पहुंचे. इस दौरान उनके साथ सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री भजनलाल जाटव, जालोर के प्रभारी मंत्री अर्जुनराम बामनिया, आपदा प्रबंधन मंत्रालय गोविंदराम मेघवाल, समाज कल्याण एवं बाल अधिकारिता मंत्री ममता भूपेश हरीश चौधरी पुखराज पाराशर समेत कई विधायक मौजूद रहे.
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