Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में सियासी संकट पर BJP हमलावर, राजेंद्र राठौड़ ने की राष्ट्रपति शासन की मांग
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान कांग्रेस में छाए सियासी संकट के बीच बीजेपी ने बड़ी मांग कर डाली है. बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ कहा कि मौजूदा स्थिति राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा कर रही है.
Rajasthan Congress Political Crisis: राजस्थान कांग्रेस में छाए सियासी संकट के बादल इस समय का सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है. कांग्रेस हाईकमान की नजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच की रार को थामने पर है. सियासी उठापटक के दौर में कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ना लाजिमी है. कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर बीजेपी (BJP) को हमला करने का मौका मिल गया है. बीजेपी ने राजस्थान सरकार की मौजूदा स्थिति को देखकर राष्ट्रपति शासन (President Rule) लगाने की मांग कर डाली.
बीजेपी ने की राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग
विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने ट्विटर पर लिखा, "राजस्थान में मौजूदा राजनीतिक स्थिति राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आप नाटक क्यों कर रहे हैं? कैबिनेट से इस्तीफा देने में देरी क्यों हो रही है? आपको भी इस्तीफा देना चाहिए."
राजस्थान में मौजूदा राजनीतिक हालात राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी, आप नाटक क्यों कर रहे हों। मंत्रिमंडल के इस्तीफे के बाद अब देरी कैसी। आप भी इस्तीफा दे दीजिए।
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) September 25, 2022
राजस्थान का सियासी ड्रामा कोई नई बात नहीं है. 2020 में सचिन पायलेट गुट ने बगावत की थी. करीब डेढ़ महीने विधायक, मंत्री होटलों में रहे. सचिन पायलट पर गहलोत सरकार को गिराने के आरोप भी लगे. माना जाता है कि सचिन पायलट को हवा बीजेपी की तरफ से मिल रहा है. सचिन पायलट बीजेपी के साथ मिलकर राजस्थान की सरकार गिराना चाहते हैं. हाईकमान की दखलअंदाजी के बाद प्रदेश में सियासी संकट खत्म हुआ. इस बार भी पायलट और गहलोत के बीच की सियासी जंग सामने आ गई है. गहलोत के पार्टी अध्यक्ष चुने जाने से पहले ही समर्थित विधायकों ने पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
सीएम गहलोत ने पहले ही स्पष्ट कर दी थी स्थिति
गहलोत गुट के विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री पद पर नहीं देखना चाहते हैं. हालांकि विधायकों का कहना है कि सचिन से कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है. खुद अशोक गहलोत को सचिन का नाम सीएम पद के लिए मंजूर नहीं था. गहलोत शुरू से सीपी जोशी (CP Joshi) को राजस्थान के मुख्यमंत्री की गद्दी सौंपना चाहते थे.