Rajasthan Politics: पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने सोमवार को केंद्र सरकार से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाने की मांग की. पायलट नागौर जिले के परबतसर में  किसान सम्मेलन (Kisan sammelan) को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून बनाने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अगर देश का किसान और नौजवान संगठित हो गया तो अफवाह फैलाकर और झूठ बोलकर सत्ता में आनेवाली ताकत को परास्त कर देगा.’’


'जवानी और किसानी राजनीति के जहर को तोड़ सकती हैं'


पायलट ने कहा कि जाति, बिरादरी, धर्म, भाषा, प्रांत के नाम पर हो रही राजनीति के जहर को केवल दो कौमें ही तोड़ सकती हैं, एक है जवानी और दूसरी है किसानी. पायलट ने केंद्र की बीजेपी (BJP) सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा कर सत्ता में आई बीजेपी सरकार ने तीन काले कृषि कानून (Farm Laws) बनाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया लेकिन किसानों ने आंदोलन (Farmers Protest) कर सरकार को झुका दिया.


किसान सम्मेलन में केंद्र सरकार पर गरजे सचिन पायलट


पेपर लीक मामले (Paper Leak Case) पर पायलट ने कहा कि परीक्षा रद्द होने से मन में पीड़ा होती है. हमारे किसान भाइयों के बच्चे, नौजवान वर्षों तक प्रतियोगी परीक्षा का इंतजार करते हैं. पायलट ने कहा कि नौजवानों में विश्वास पैदा करने के लिए सरकार को जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए. किसान सम्मेलन में मंत्री हेमाराम चौधरी, परबतसर से विधायक रामनिवास गावड़िया, दांतारामगढ़ विधायक वीरेन्द्र सिंह चौधरी, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर भी मौजूद थे. जयपुर से परबतसर जाते समय बगरू, पडासोली और दूदू में कार्यकर्ताओं ने पायलट का स्वागत किया. गौरतलब है कि पायलट का अगले दो दिन बीकानेर और हनुमानगढ़ में कार्यक्रम है. किसान सम्मेलन करने के अलावा आम लोगों से भी पायलट मुलाकात करेंगे.


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