Saroj Meena on Congress Loss in Rajasthan Election 2023: राजस्थान में चुनाव परिणाम आने के बाद विरोध के स्वर भी मुखर होते जा रहे हैं. जीत हार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. ऐसे में इस बार निर्दलीयों ने भी अहम भूमिका निभाई है, जिसमें कई जगह वह जीत-हार का कारण बने. इसके साथ ही दूसरी ओर कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेताओं पर आरोप लगाए जा रहे हैं. इस बार कांग्रेस प्रदेश महासचिव ने अपने ही सरकार के मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
दरअसल, प्रदेश कांग्रेस महासचिव सरोज मीणा ने कहा कि पीपल्दा सीट पर कांग्रेस को खुश होने की जरूरत नहीं है. अगर मैं गहलोत साहब, मुकुल वासिनक और शीर्ष नेतृत्व के कहने से फार्म वापस नहीं लेती तो कोटा में पीपल्दा सीट भी बीजेपी के कब्जे में होती, लेकिन मैंने पार्टी हित में अपना फार्म वापस ले लिया था. सरोज मीणा ने आगे कहा कि, मैंने महसूस किया है कि पार्टी में काम करने वालों की कोई कदर नहीं, यहां बाहुबलियों की कदर होती है, जो की कोटा जिले में है.
कोटा के बाहुबली नेता अपने चहेतों को टिकट दिलाते हैं
ऐसे में कयास लगाया जा रहा कि, उनका इशारा शांति धारीवाल की ओर था. उन्होंने कहा कि, बाहुबली नेता अपने चहेतों को टिकट दिलाते हैं उनको कांग्रेस की परवाह नहीं है और यही कारण है कि, आज हमारी पार्टी पीछे जा रही है. सच्ची बात कड़वी होती है मैंने और मेरे परिवार ने सारा जीवन कांग्रेस की निस्वार्थ सेवा में लगा दिया, लेकिन मलाई किसी और को खिलाई गई. इसके बावजूद मैं कांग्रेस के लिए समर्पित रहूंगी और राहुल गांधी का हाथ मजबूत करने में हमारा पूरा सहयोग रहेगा.
बीजेपी ने 17 में से 11 सीटें जीती
बता दें कि, कोटा संभाग में भी बीजेपी ने 17 में से 11 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल कर की, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 6 सीटों पर ही जीत हासिल करने में कामयाबी मिली. यहां पर कई सीटों पर तीसरे स्थान पर कहीं निर्दलीय प्रत्याशी रहे तो कई नोटा का टोटा देखने को मिला. वोटिंग के दौरान कई मतदाओं ने प्रत्याशियों को न चुनकर नोटा को वोट देना पसंद किया.