Sukhjinder Singh Randhawa on Sachin Pilot Hunger Strike: कांग्रेस राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) और मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Singh Gudgha) के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. सचिन पायलट के बगावती तेवरों पर रंधावा ने कहा कि सचिन पायलट को अपनी बात विधानसभा में उठानी चाहिए थी. विधानसभा से उपयुक्त प्लेटफार्म कोई नहीं है, क्योंकि उसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक बैठते हैं. मुख्यमंत्री भी मौजूद होते हैं. 


सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि अगर सचिन पायलट विधानसभा में यह कहते कि सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी इसपर जवाब देना पड़ता. पार्टी से हटकर अनशन करना गलत है.


राजेंद्र गुढ़ा के बयान पर रंधावा का जवाब
साथ ही, राजेंद्र गुढ़ा के 'छठी का दूध याद दिलाने' वाले बयान को लेकर कांग्रेस राजस्थान प्रभारी रंधावा ने कहा, 'मैं एक-एक बात को नोट कर रहा हूं. जो कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं, मैं उनको भी देख रहा हूं. जो कांग्रेस के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं, उनको भी देख रहा हूं.' दरअसल, सचिन पायलट के खेमे के विधायक और इस समय प्रदेश के सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने पूरी कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा था, 'मैं चैलेंज देना चाहता हूं, मां का दूध पिया है तो सचिन पायलट के खिलाफ अनुशासन की कार्रवाई करके बताइए. छठी का दूध याद आ जाएगा.'


सचिन पायलट ने किया था एक दिवसीय अनशन
ग़ौरतलब है कि पिछले दिनों सचिन पायलट ने राजस्थान में बीजेपी की पूर्ववर्ती सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर एक दिवसीय धरना दिया था. सचिन पायलट जब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख थे, तब पार्टी ने यह मुद्दा उठाया था और साल 2018 के विधानसभा चुनावों में सत्ता में आने पर घोटाले की जांच करने का वादा किया था. सचिन पायलट ने कहा था कि कांग्रेस ने सत्ता में आने पर उनके और पार्टी के अन्य नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कार्रवाई करने का वादा किया था. हालांकि, अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.


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