Rajasthan News: राजस्थान में संविदा मॉडल आया जिसमें गेस्ट फैकल्टी के रूप में युवाओं की भर्तियां शुरू भी हो गई है. वहीं अब इस भर्ती का विरोध भी किया जा रहा है. दरअसल विरोध का कारण कांग्रेस (Congress) की दो तरफा नीति है. युवाओं का कहना है कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष यूपी में संविदा पर निकाली गई नौकरियों का विरोध कर रहे हैं. प्रियंका गांधी ने तो बकायदा इस पर ट्वीट भी किया है लेकिन इधर राजस्थान में कांग्रेस की ही सरकार ने संविदा मॉडल लागू कर दिया है. यहीं नहीं बेरोजगार महासंघ की तरफ से एलान भी कर दिया है कि पूरे प्रदेश के गांव-गांव में हर युवा तक पहुंचा जाएगा और इसका विरोध किया जाएगा. यह विरोध 9 फरवरी से शुरू किया जाएगा. 


गांव-गांव जाएंगे और विरोध करेंगे
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि संविदा और ठेके पर भर्तियां निकलाने का विरोध कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी कर रहे हैं. वहीं राजस्थान में संविदा, गेस्ट फैकल्टी पर भर्तियां क्यों निकाली जा रही है. इसका हम विरोध करते हैं. संविदा भर्तियों को रूकवाने और नियमित भर्ती निकलवाने और युवा बेरोजगारों की विभिन्न मांगों को पूरा करवाने को लेकर 9 फरवरी को राज्य की सभी तहसील और ग्रामपंचायतों तक युवा जागृति यात्रा निकालकर कांग्रेस सरकार का विरोध जताया जाएगा.





 राजस्थान सरकार ने यह निकली गेस्ट फैकल्टी योजना
वहीं अभी भी पिछले एक महीने से ज्यादा समय से गुजरात मे अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध किया जा रहा है. अब इस संविदा मॉडल के खिलाफ किया जाएगा.  राजस्थान सरकार ने गेस्ट फैकल्टी योजना की शुरुआत की है जिसमें रीट परीक्षा दे चुके अभ्यर्थियों को इसमें नियुक्त किया जाएगा. इसके आवेदन शुरू भी हो चुके हैं. इसमें प्रति घंटे के अनुसार वेतन दिया जाएगा और वेतन हर पद के लिए अलग-अलग निर्धारित किया हुआ है. इसमें अधिकतम 30 हजार रुपये प्रतिमाह दिये जायेंगे.


प्रियंका गांधी ने यह किया ट्वीट
उपेन यादव ने प्रियंका गांधी द्वारा 15 सितंबर 2020 को किये ट्वीट को शेयर किया है. इस ट्वीट में प्रियंका गांधी ने लिखा है कि
संविदा = नौकरियों से सम्मान विदा
5 साल की संविदा = युवा अपमान कानून
माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने पहले भी इस तरह के कानून पर अपनी तीखी टिप्पणी की है.
इस सिस्टम को लाने का उद्देश्य क्या है? सरकार युवाओं के दर्द पर मरहम न लगाकर दर्द बढ़ाने की योजना ला रही है.