राजस्थान के भरतपुर जिले में हिन्दू धर्म से ईसाई धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है. भरतपुर में कई जगह गरीब और दलित वर्ग के लोगों को झांसा देकर हिंदू से ईसाई धर्म अपनाने का लालच दिया जाता है. कुछ दिन पहले भरतपुर के एक होटल में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा मौके पर पहुंच कर पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी थी जिस पर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था.
धर्मान्तरण का एक मामला भरतपुर जिले के चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव पीपला में सामने आया है जहां पति-पत्नी एक केंद्र चलाते हैं जिसका उद्देश्य हिंदू धर्म के गरीब और दलित वर्ग के लोगों को फुसला कर झांसे से हिन्दू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तित कराना है.
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए पति - पत्नी दोनों ईसाई धर्म ग्रंथों को लेकर गांव के एक मोहल्ले में लोगों को ईसाई धर्म की खासियत के बारे में बता रहे थे और उनको हिंदू से इसी धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन सूचना मिलने के बाद विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और विरोध करना शुरू कर दिया. विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं को देख कर मौके से सभी लोग खेतों में होकर भाग गए. उसके बाद विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को सूचना दी. सूचना के बाद चिकसाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची है और पति-पत्नी को हिरासत में लेकर थाने लाई है एवं पूछताछ की है.
जानकारी के अनुसार भरतपुर शहर का रहने वाला अजय अपनी पत्नी के साथ ईसाई मिशनरी का सेंटर चलता है. अजय गरीब व दलित वर्ग के लोगों को ईसाई धर्म की खासियत के बारे में बातकर उनको लालच देकर हिंदू धर्म के लोगों को गुमराह करते है और उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास करते हैं .
क्या कहना है गांव के पूर्व सरपंच का ?
पीपला ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच तुहि राम ने बताया कि दो लोग हमारे गांव में एक सेंटर चलाते हैं. हमने उनसे जाकर पूछा तो उन्होंने बताया था कि हम बीमारी को ठीक करते है जैसे लकवा की बीमारी ,बुखार का आना ,अन्य बीमारियां भी ठीक हो जाती है हमको सही जानकारी नहीं दी की हम यहां धर्म परिवर्तन का काम कर रहे है. एक और लड़का भी आता है भरतपुर के पास के गांव का रहने वाला उससे बात की तो उसने भी यही बताया था कि हम तो इलाज करते है और इससे बहुत बड़ा लाभ हो रहा है. बाद में पता चला है कि वे लोग तो धर्म परिवर्तन का काम करते थे, लेकिन अभी गांव में किसी ने भी धर्म परिवर्तन नहीं किया है.
क्या कहना है पुलिस अधीक्षक का ?
भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले थाना अटल बंद में एक मामला दर्ज हुआ था जिसमे परिवादी द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने की सम्बन्धी धाराओं में प्रकरण दर्ज करवाया गया था. प्रकरण का अनुसन्धान किया गया तो धर्मांतरण जैसे तथ्य प्रथम दृष्टया सामने आये थे. विगत बुधवार को भी चिकसाना थाना क्षेत्र से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था उसके पास से भी कुछ तथ्य और सर्टिफिकेट मिले है जिनसे धर्मांतरण के कुछ तथ्य सामने आये है. दोनों ही प्रकरणों को देखते हुए बेहतर अनुसंधान और इनकी तथ्यों की गहराई तक जांच करने के लिए हमने एसआईटी का गठन किया है जो इन तथ्यों की जांच करेगा.