Rajasthan News: अलवर जिले में इन दिनों कपास की फसल के दाम बढ़ने लगे हैं. इसका कारण विदेशों में कपास की सप्लाई होना बताया जा रहा है. वहीं किसान भी कपास के और बढ़ते भावों की उम्मीद के चलते फसल को रोके बैठे हैं जिसके चलते मंडी में कपास के भाव बढ़ गए हैं. अलवर कृषि उपज मंडी में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कपास आ रही है. मंडी में इन दिनों कपास के भाव भी पिछले साल के मुकाबले अच्छे मिल रहे हैं जिससे किसानों में खुशी का माहौल है. बढ़ते दामों को देखते हुए कुछ किसानों ने अपनी फसल को रोक लिया है ताकि आगे और अच्छा मुनाफा मिल सके.


कृषि उपज मंडी के क्षेत्रीय उपनिदेशक इशाक हारून ने बताया कि जिले में गोविंदगढ़, बड़ौदा, खैरथल, मालाखेड़ा से कपास की अच्छी आवक हो रही है. इस बार किसानों को भी पिछले साल की अपेक्षा अच्छे भाव मिल रहे हैं. पिछले साल कपास के भाव 6 से 7 हजार प्रति क्विंटल थे, इस बार किसानों को 8 से साढे 8 हजार रु प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है. क्षेत्रीय निदेशक इशाक हारून ने बताया कि जिले में 52 हजार हेक्टेयर में कपास की बुवाई हुई है. पिछले साल 01 लाख 23 क्विंटल कपास आयी थी. इस बार 1 लाख 77 हजार क्विंटल कपास आ चुकी है.


दो हजार रु प्रति क्विंटल भाव बढ़ा


केडलगंज व्यपार समिति के अध्यक्ष सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि किसानों को अच्छा भाव मिल रहा है. पिछले साल के मुकाबले करीब दो हजार रु प्रति क्विंटल का भाव ज्यादा है. वहीं सर्दी में कपास की मांग विदेशों में भी बढ़ जाती है, इस वजह से भी कपास के भाव बढ़े हैं. बढ़ते भावों को देखते हुए किसान अभी अपनी फसल की रोके हुए हैं, उन्हें उम्मीद है आगे और ज्यादा फायदा होगा.


वहीं केडलगंज व्यापार समिति के पूर्व अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने बताया कि इन दिनों सर्दी के चलते अमेरिका, चाइना और यूएसए में भी कपास का निर्यात हो रहा है जिसके चलते कपास के भाव बढे हैं. इससे किसानों को लाभ मिल रहा है. केसरपुर से आये किसान आसू ने बताया कि पहले से अच्छे भाव मिल रहे हैं. पिछले साल के मुकाबले करीब दो हजार रु क्विंटल का भाव ज्यादा मिल रहा है. उसने दस बीघा में कपास लगाई है अभी पांच-सात क्विंटल कपास लेकर आया है उन्हें उम्मीद है अभी कपास के भाव और बढ़ेंगे.


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