(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan: भीलवाड़ा पीड़िता की पहचान उजागर करने का मामला गरमाया, राजेंद्र गुढ़ा और BJP सांसद की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
Bhilwara News: नाबालिग के साथ गैंगरेप और हत्या मामले में पीड़िता की पहचान करने वालों के खिलाफ राजस्थान बाल आयोग सख्त नजर आ रहा है. आयोग ने संबंधित लोगों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है.
Bhilwara Gangrape and Murderd Case: भीलवाड़ा में बीते दिनों 14 साल की नाबालिग से गैंगरेप के बाद आरोपियों ने उसे कोयला भट्टी में जला दिया. इस घटना राजस्थान सहित पूरे देश में विरोध हो रहा है. पुलिस ने इस 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. पीड़िता का नाम और पहचान उजागर करने को लेकर राजस्थान बाल संरक्षण आयोग ने राजेंद्र गुढ़ा और जयपुर से बीजेपी सांसद रामचरण बोहरा के खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. बाल संरक्षण आयोग ने कहा कि नाबालिग पीड़िता का पहचान उजागर करना कानूनी रुप से अपराध है, इस तरह के कृत्य करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जिससे प्रदेश के लोगों में जागरुकता का संदेश जा सके.
दरअसल राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने भीलवाड़ा नाबालिग गैंगरेप पीड़िता को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर फोटो और नाम पोस्ट कर दिया था. इसके अलावा बीजेपी सांसद रामचरण बोहरा ने पोस्टर में नाबालिग पीड़िता की फोटो लगाकर कैंडल मार्च निकाला. जिसके बाद राजस्थान बाल संरक्षण आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए दोनों नेताओं के खिलाफ नोटिसा जारी किया है.
नाबालिग पीड़िता की पहचान उजागर करने पर होगी कार्रवाई
राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि किसी भी नाबालिग पीड़िता की पहचान जैसे नाम, घर का पता, फोटो इत्यादि उजागर करने पर दंड का प्रावधान है. प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड फ्रॉम सेक्सुअल एब्यूज एक्ट और जुवेनाइल जस्टिस (देखभाल और संरक्षण) अधिनियम 2015 की धारा 74 के तहत, ऐसा करने वालों को 6 महीने से एक साल कठोर कारावास के साथ दो लाख रुपये का अर्थदंड अथवा दोनों का प्रावधना है.
मामले में राजनीतिक लाभ लेने की हो रही कोशिश
बता दें कि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी इलाके में 14 साल की नाबालिग बकरियां चराने गई थी. नाबालिगा पर पहले से बुरी नजर रखने वाले आरोपियों ने गैंगरेप किया, सुबूत मिटाने के लिये आरोपियों ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए उसे कोयले की धधकती भट्टी में डालकर जला दिया. मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो नाबालिग समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में आई विटनेस नहीं होने से ये केस पुलिस के चुनौती बन गया है. वहीं इस मामले में कुछ राजनेता अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश में लगे हैं. बाल आयोग ने नियमों का उल्लंघन करने वालो के खिलाफ कानूनी सम्मत कार्रवाई करने को कहा है.
ये भी पढ़ें: MP News: बीजेपी की विकास यात्रा पर कमलनाथ का तंज, कहा- 'निकालनी चाहिए माफी और हिसाब यात्रा'