Rajasthan news: राजस्थान के करौली जिले के कैलादेवी पंजाब नेशनल बैंक में तत्कालीन बैंक मैनेजर को अपने पद का दुरुपयोग करने और 1 करोड़ 22 लाख रुपये का गबन करने के मामले में करौली के लांगरा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया गया है कि करौली जिले के कैलादेवी पंजाब नेशनल बैंक शाखा के तत्कालीन मैनेजर संतोष मीणा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अधीनस्थ एजेंटों से मिलकर बैंक खातों में बिना मैनडेट का उपयोग करते विभिन्न खातों से पैसे निकालकर लगभग 1 करोड़ 22 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया. 


कैसे की धोखाधड़ी
करौली जिले के कैलादेवी पंजाब नेशनल बैंक शाखा के तत्कालीन मैनेजर संतोष मीणा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने अधीनस्थ एजेंटों से मिलकर बैंक खातों से पैसे निकाल लिए. साथ ही विभिन्न ग्राहकों को बिना उचित दस्तावेज लिए ही लोन कर ग्राहकों से धोखाधड़ी पूर्वक चेक प्राप्त कर लिए और फिर उन्हीं चेक के माध्यम से रुपए अपने साथी एजेंटों के खातों में डालकर निकाल लिए. मैनेजर संतोष मीणा ने उन रुपयों को अपने काम में लिया और लगभग 1 करोड़ 22 लाख रुपये का गबन किया. 


क्या कहना है पुलिस का 
लांगरा थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि कैलादेवी थाने में पीएनबी बैंक मैनेजर मुनेश चंद ब्रांच शाखा प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक कैलादेवी ने 13 जुलाई 2021 को एफआईआर दर्ज कराई. एफआईआर में बताया की पूर्व बैंक मैनेजर संतोष मीना शाखा प्रमुख कैलादेवी व अन्य लोगों ने मिलकर बैंक के खातेदारों से धोखाधड़ी की है. संतोष मीना ने खुद को लाभ पहुंचाने और ग्राहकों के साथ बैंक को हानि पहुंचाने की नियत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर कम्प्यूटर में फर्जी प्रविष्टियां कीं.


मैनेजर ने कई लोगों को धोखाधड़ी से लोन पास करके लोन के पैसों का अन्य खातों के माध्यम से गबन किया गया. इस तरह से बैंक को करीब 1 करोड़ 22 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. लांगरा थाना पुलिस ने प्रारंभिक जांच करते हुए मुख्य आरोपी तत्कालीन बैंक मैनेजर संतोष मीणा  निवासी खिररिखडा थाना सपोटरा को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है और बाकी आरोपियों की जांच की जा रही है. 


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