Love Jihad Case In Rajasthan: राजस्थान में लव जिहाद  (Love Jihad) का मामला सामने आया है. आरोप लगाए गए हैं कि यहां सवाई माधोपुर में एक मुस्लिम युवक हथियार दिखाकर हिंदू लड़की को अगवा कर ले गया. आरोप यह भी है कि घटना के बाद लड़की के परिजन थाने पहुंचे तो सुनवाई नहीं हुई. इस मामले की जानकारी मिलते ही राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (MP Kirodi Lal Meena) लड़की के माता-पिता से मिले और परिवार के साथ पुलिस थाने पहुंचे. यहां परिवार और समर्थकों के साथ थाने के बाहर धरने पर बैठ गए. सांसद व परिवार की मांग है कि पुलिस शीघ्र ही आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करे और लड़की को सुरक्षित घर लाए.


सांसद मीणा ने बताया कि मंगलवार को एक मुस्लिम युवक ने बंदूक दिखाकर हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया. परिवार ने विरोध किया तो उन्हें जान से मारने की धमकियां दी. लड़की की मां को धक्का देकर नीचे जमीन पर गिराया और लड़की को जबरन बाइक पर बैठाकर अगुवा कर ले गया. इस घटना से घबराए परिजन महिला पुलिस थाने पहुंचे तो वहां से कोतवाली थाने भेज दिया. कोतवाली पुलिस ने भी मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया. इसके बाद पीड़ित परिवार के लोग एसपी के दफ्तर पहुंचे तो वहां एसपी नहीं मिले. इतने संवेदनशील मामले में पुलिस की लापरवाही का पता लगते ही परिवार से मुलाकात की.


'संवेदनशील मामलों में भी पुलिस गंभीर नहीं'


सांसद मीणा ने आरोप लगाया कि संवेदनशील मामलों में भी पुलिस लापरवाही बरत रही है. लव जिहाद जैसे संगीन मामले में भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. हमारी मांग है कि लड़की को बरामद कर परिवार के सुपुर्द किया जाए और आरोपी को सख्त सजा मिले. मीणा ने आरोप लगाया कि सवाई माधोपुर में इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसके बावजूद पुलिस ध्यान नहीं दे रही है.
 
सांसद को पुलिस ने समझाया 


धरने पर बैठे सांसद से पुलिस अधिकारियों ने समझाइश का प्रयास किया मगर वे नहीं मानें. उनका कहना है कि जब तक पुलिस लड़की को बरामद कर नहीं ले आती तब तक थाने के बाहर धरना जारी रहेगा.


राठौड़ ने कानून व्यवस्था पर उठाये सवाल


सवाई माधोपुर में लव जिहाद का मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने प्रदेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि "सवाई माधोपुर में विशेष समुदाय के हथियार बंद लोगों द्वारा सरेआम मां के सामने बंदूक की नोक पर युवती का अपहरण किए जाने की घटना प्रदेश की लचर कानून-व्यवस्था की कहानी स्वयं ही बयां कर रही है."


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