Shri Sanwaliya Seth Mandir: देशभर में कई मंदिर है, जो खुद प्रसिद्ध होने के साथ ही उनका भंडारे की राशि की भी चर्चाएं होती रहती हैं. इन्हीं में से एक हैं राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थिति सांवलिया सेठ मंदिर, जो कि देशभर में प्रसिद्ध है. यहां हर माह भंडारा खोला जाता है और बड़ी संख्या में मंदिर मंडल के सदस्य सहित अन्य गणना करते हैं. भंडारे की राशि इतनी होती है कि इसे गिनने में एक दिन भी कम पड़ता है. इसी कारण अगला दिन रखा जाता हैं. इस बार भी भंडारा खोला गया जिसमें करोड़ों रुपए की राशि निकली है. जानिए कितनी राशि निकली और अभी शेष है.

 

सांवलिया जी मंदिर मंडल के अध्यक्ष भेरूलाल गुर्जर ने बताया कि कृष्ण धाम सांवलियाजी में भगवान सांवलियाजी सेठ का भंडार तहसीलदार गुणवंत माली की उपस्थिति में राजभोग आरती के बाद खोला गया. इसकी कड़ी सुरक्षा के मध्य गणना की गई. मंदिर मंडल के सदस्य श्रीलाल पाटीदार, भेरूलाल सोनी, संजय मंडोवरा और ममतेश शर्मा के सानिध्य में भंडार की गणना की गई. गणना ने पहले दिन 6 करोड़ 77 लाख 46 हजार रुपयों की गणना की गई. इसके बाद भी बड़ी मात्रा में नोटों और सिक्कों की गणना और भंडार से निकले सोने चांदी का वजन किया जाना शेष है. कार्यालय में प्राप्त आय और ऑनलाइन जमा की गणना भी बाकी है. 

 

इस बार दो माह बाद खुला भंडारा

 

भंडार गणना में मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी और केशियर नंदकिशोर टेलर, संपदा प्रभारी कालू लाल तेली, सुरक्षा प्रभारी गुलाब सिंह के साथ ही मंदिर और विभिन्न बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए. भंडार की शेष राशि की गणना अमावस्या के बाद की जाएगी. दिपावली पर भंडार नहीं खोलने की परंपरा के चलते भंडार दो माह के बाद खोला गया. इधर चतुर्दशी के अवसर पर पुजारी रामदास ने भगवान को गंगाजल से स्नान करवाकर विशेष पोशाक धारण करवा आकर्षक श्रृंगार किया. दिन भर में पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने कतारों में लगकर भगवान के दर्शन किए. भंडार गणना में विदेशी मुद्रा भी प्राप्त हुई. आज शाम देवकी सदन धर्मशाला में महाप्रसादी का आयोजन भी होगा.