Rajasthan Cycle Sales Down: कोविड-19 (Covid-19) के संक्रमण काल में फिटनेस को लेकर जागरूक हुए लोगों की वजह से साइकिल मार्केट को संजीवनी मिली थी. पिछले साल बंपर बिक्री को देखते हुए साइकिल मार्केट का गोल्डन टाइम कहा गया. अब जैसे-जैसे कोरोना महामारी का प्रभाव कम हो रहा है तो साइकिल मार्केट में भी 65 से 75 प्रतिशत तक बिक्री में गिरावट आ गई है. एक समय था जब साइकिल आवाजाही का मुख्य साधन हुआ करता था, लेकिन साल 1996 के बाद धीरे-धीरे स्कूटर और मोटर साइकिल वाहन के रूप में काम आने लगी तो साइकिल का उपयोग कम हो गया.
मार्च 2020 में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सेहत के लिए साइक्लिंग को बेस्ट माना गया. कोविड-19 के संक्रमण काल के दौरान स्कूल, जिम और स्विमिंग पूल भी बंद थे. ऐसे में लोगों ने फिटनेस के लिए साइक्लिंग करना शुरू किया और जमकर साइकिल खरीदी. हालांकि स्कूल बंद होने के कारण बच्चों के लिए साइकिल खरीदी जा रही है या नहीं, यह स्कूल खुलने पर ही स्थिति साफ हो पाएगी.
- राजस्थान में 10,000 से ज्यादा साइकिल की दुकानें हैं.
- कोरोना काल में डेढ़ से दो लाख साइकिल हर महीने बिकी थी.
- अब औसत 35 से 50 हजार तक हर महीने बिक्री सिमट गई है.
मार्केट में साइकिल के हैं कई नए मॉडल और कीमत
पहले ऑर्डिनरी 22 इंच ऊंची साइकिल की डिमांड होती थी. अब इसकी डिमांड 1 प्रतिशत भी नहीं रही. फिलहाल ज्यादातर रेंजर मॉडल की साइकिल ही नजर आती हैं. इलेक्ट्रिक और फैशनेबल साइकिलें भी बाजार में बिक रही हैं. बच्चों की 2 से 3 हजार और बड़ों के लिए 5 से 6 हजार तक साइकिल की शुरुआती कीमत है. वहीं गेयर, शॉकर और डिस्क ब्रेक की साइकिल 40 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक मौजूद है. इलेक्ट्रिक साइकिल की कीमत 9,500 रुपये से डेढ़ लाख रुपये तक बाजार में उपलब्ध है.
जानिए क्या बोले साइकिल व्यापारी
जोधपुर के सुधीर भंडारी ने बताया कि पीसी भंडारी नाम से आजादी से पहले 1943 से साइकिल की दुकान है. कोरोना काल में पूरे शहर में जहां हजारों की संख्या में साइकिल हर महीने बिक जाती थी. वहीं पिछले साल दिसंबर से इसमें लगातार गिरावट ही नज़र आ रही है. अब सैकड़ों की संख्या में ही साइकिल बिक रही हैं. उन्होंने बताया कि वह इस काम में तीसरी पीढ़ी से हैं. कोरोना के बाद साइकिल बिक्री में 70 प्रतिशत तक गिरावट आ चुकी है. ज्यादातर बच्चों की साइकिलें ही बिक रही हैं.
वहीं जोधपुर के आनंद सिंह निर्वाण की साइकिल की दुकान हैं. यह दुकान भी आजादी से पहले की है. उन्होंने बताया कि साइकिल बाजार में अभी मंदी का दौर चल रहा है. कोविड-19 के संक्रमण के दौरान साइकल की बंपर बिक्री हुई, लेकिन अब बहुत कमी आ गई है. स्कूल खुलने के बाद उम्मीद है कि एक बार फिर से साइकिल की बिक्री शुरू होगी.
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