Dacoit Man Singh: ऐसा डाकू जिस पर 185 हत्या, 112 लूट के मामले, फिर भी लोग मूर्ति बनाकर करते हैं पूजा!
Man Singh Story: डकैत मान सिंह के नाम से रोंगटे खड़े हो जाते थे. बीहड़ में उसके नाम की तूती बोलती थी. उत्तर प्रदेश के एक गांव में डाकू मान सिंह का मंदिर बनाकर पूजा की जाती है.
Dacoit Man Singh Story: राजस्थान का धौलपुर जिला कुख्यात डाकुओं का ठिकाना रहा है. धौलपुर के चंबल में एक डकैत मान सिंह भी था. चंबल में मान सिंह डाकू के नाम की तूती बोलती थी. मान सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से लगभग 50 किलोमीटर दूर खेड़ा राठौर गांव में हुआ था. बिहारी राठौड़ के घर जन्मे लड़के की डाकू बनने की कहानी में काफी उतार- चढ़ाव है. बड़ा होने पर नेतृत्व क्षमता और व्यवहार की शोहरत गांव में फैल गई. गांव में छोटे-मोटे झगड़े लड़का सुलझाने लगा.
40 साल की उम्र होते-होते गांव में लड़के का कद काफी बढ़ गया. किसी भी विवाद में उसका फैसला ही अंतिम माना जाने लगा. विरोधियों को उसका बढ़ता हुआ कद पसंद नहीं था. उसके खिलाफ साजिश रची जाने लगी. साजिश के तहत दबंगों ने गांव की जमीन पर कब्जा कर लिया. थाने में शिकायत करने पर पुलिस ने फटकार कर भगा दिया. दबंगों और साहूकारों ने पहले ही पुलिस का मुंह बंद कर दिया था. गांव में उसकी जमीन पर अवैध कब्जा हो गया. अब उसके पास डाकू बनने के अलावा कोई रास्ता नहीं था. बताया जाता है कि गावों के साहूकारों और दबंगों ने मान सिंह के खिलाफ लूटपाट और मारपीट का झूठा मामला दर्ज करा दिया.
पिटाई के बाद पुलिस ने मान सिंह को जेल भेज दिया. कुछ दिन बाद जेल से छूटकर मान सिंह घर पहुंचा. उसे बताया गया कि गांव के दबंगों ने भाई से मारपीट की है. मान सिंह ने परिवार के साथ मिलकर दबंगों और साहूकारों पर धावा बोल दिया. गांव में तलवार, लाठी भाटा चले. मान सिंह ने गांव के दबंगों और साहूकारों के घरों, खलियानों में आग लगा दी. दो ब्राह्मणों और एक साहूकार को पीट-पीट कर मार भी डाला. घटना को अंजाम देने के बाद मान सिंह चंबल में बीहड़ की तरफ चला गया. चंबल के बीहड़ में मान सिंह का मन नहीं लगा. कुछ दिन बाद एक बार फिर गांव की तरफ चला गया. पुलिस को गांव में आने की सूचना मिल गई. आखिरकार मान सिंह पकड़ा गया.
मान सिंह को अंग्रेजी हुकूमत में मिली उम्रकैद
अंग्रेजी हुकूमत ने मान सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई. जेल जाने के बाद पुलिस ने दो बेटों जसवंत सिंह और धनवान सिंह को मुठभेड़ में मार गिराया. पुलिस को मान सिंह के बेटों की सूचना पंडित तलफीराम ने दी थी. मान सिंह को दो बेटों की मौत की खबर ने हिलाकर रख दिया. खून का घूंट पीकर एक-एक दिन जेल काटना भारी हो रहा था. साल 1939 में मान सिंह को जेल से रिहा कर दिया गया. 10 वर्ष जेल में रहने के बाद मान सिंह घर पहुंचा. मान सिंह बेटों की मौत का बदला लेना चाहता था लेकिन दो बेटों और पत्नी रुक्मणि के साथ सब कुछ भूलकर साधारण जीवन जीने की भी इच्छा थी. पत्नी रुक्मणि ने मान सिंह से कहा कि या तो बेटों की मौत का बदला लो या फिर चूड़ियां पहन लो. पत्नी के ताने को सुनकर मान सिंह ने फिर बीहड़ में जाने का फैसला कर लिया.
32 पुलिसकर्मियों को उतारा था मौत के घाट
मान सिंह ने बेटों की मौत का बदला लेने के लिए सबसे पहले पंडित तलफीराम की हत्या कर दी और बेटों का एनकाउंटर करने वाले 32 पुलिसकर्मियों को चुनचुन कर मार डाला. उसके बाद मान सिंह ने चंब के बीहड़ में रहकर गैंग का विस्तार किया. 1939 से लेकर 1955 तक डाकू मान सिंह की चंबल के बीहड़ों में तूती बोलती थी. मान सिंह पर हत्या के 185 और लूटपाट के 112 मामले दर्ज थे. लेकिन लोग फिर भी डाकू मान सिंह की इज्जत करते थे.
चंबल के रॉबिनहुड जैसा नहीं बन पाया कोई
डाकू मान सिंह का नाम सुनते ही लोगों के रौंगटे खड़े हो जाते थे. चंबल में पहुंचने वाले प्रत्येक डाकू की चाहत मान सिंह जैसा होने की होती है. आज तक डाकू मान सिंह जैसा कोई नहीं बन पाया. डाकू मान सिंह अमीरों के घर से लूटपाट कर गरीबों की झोली भरता था. उसके दिल में महिलाओं की काफी इज्जत थी. गैंग में कोई भी महिलाओं से छेड़खानी या लूटपाट नहीं करता था. डाकू मान सिंह ने कई लड़कियों की शादी भी कराई और भात पहनाने का काम भी किया. जानकारी के अनुसार मान सिंह की गैंग में अस्थाई और स्थाई सस्यों की संख्या 400 से भी ज्यादा थी. पुलिस मान सिंह का आतंक खत्म करना चाहती थी. योजना के तहत पुलिस ने विशेष टीम का गठन भी किया.
पुलिस ने योजना बनाकर किया गैंग का अंत
मान सिंह को मुठभेड़ में ढेर करना आसान नहीं था. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी की मान सिंह गैंग समेत भिंड जिले के लाऊन गांव रुकने आ रहा है. पुलिस ने घर के मालिक को धमका कर योजना में शामिल कर लिया. योजना के मुताबिक मान सिंह की गैंग को खाने में जहर देना था. गैंग के साथ पहुंचे मान सिंह को मालिक ने जहर वाला दूध पीला दिया. दूध पीने के बाद सभी बेहोश हो गए. पुलिस ने गोलियों से भूनकर डाकू मान सिंह की गैंग का काम तमाम किया. उत्तर प्रदेश के गांव खेड़ा राठौर में डाकू मान सिंह को चाहने वालों की कमी नहीं है. उसकी याद में मंदिर का निर्माण कराया है. मंदिर में मान सिंह के साथ पत्नी रुक्मणि देवी की मूर्ति स्थापित की गई. प्रशंसक अब पूजा भी करते हैं.
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