Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र स्थित मुल्क राज धर्मशाला के कमरे में मिले एक युवती के शव मामले का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा किया. इस दौरान पुलिस ने कई कई चौंकाने वाले खुलासे किए. पुलिस ने बताया की अब तक की जांच में पता चला है कि 22 वर्षीय किसी बात पर घरवालों से नाराज होकर 31 दिसंबर को घर से निकल गई थी. इधर-उधर भटकने के बाद 2 जनवरी की सुबह कहीं जाने के लिए मथुरा जंक्शन के प्रतीक्षा हॉल में अकेली बैठी हुई थी.


इसी दौरान आरोपी अजय उर्फ पवन और किरण यादव ने उससे बातें कीं और उसकी परिस्थिति का फायदा उठाकर विश्वास में ले लिया. उसके बाद दोनों उसे मेहंदीपुर बालाजी ले आए. कस्बे के मुलकराज धर्मशाला में कमरा लेकर शाम को चाय में नींद की गोली मिलाकर युवती को दे दी. इसके बाद रेप की कोशिश करने पर अर्द्धचेतन हालत में युवती ने विरोध किया और चिल्लाने लगी, जिससे खौफजदा होकर आरोपी ने उसका गला दबा दिया और इसके बाद सिर दीवार पर मार कर उसकी हत्या कर दी.


फिर आरोपी ने शव को रजाई से ढककर सारा सामान निकालने के बाद कमरे में ताला लगा दिया और मौके से फरार हो गए.


ये है मामला
दौसा एसपी संजीव नैन ने बताया कि 4 जनवरी को मेहंदीपुर बालाजी स्थित मुल्क राज धर्मशाला के एक कमरे में युवती का शव रजाई से ढका हुआ अर्धनग्न हालत में मिला था. धर्मशाला के मैनेजर की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर ब्लाइंड मर्डर की घटना के खुलासे के लिए आईजी उमेश चंद्र दत्ता के निर्देश पर सीओ दीपक मीणा के सुपरविजन एवं एसएचओ अजीत सिंह बडसरा के नेतृत्व में थाना स्तर एवं डीएसटी से 18 सदस्यों की टीम गठित की गई. 


ऐसे दिया था चकमा
आरोपित ने धर्मशाला के रजिस्टर में गलत नाम, मोबाइल नंबर और फर्जी आधार कार्ड दिया था. हैरान करने वाली बात ये है कि धर्मशाला में सीसीटीवी भी नहीं लगे थे. घटना की जांच के लिए पुलिस ने 4 अलग-अलग टीमें गठित की. धर्मशाला के मैनेजर ने मृतक युवती व उसके साथ आए व्यक्तियों की बोली यूपी के मथुरा और आगरा जैसी होना बताने पर एक टीम मथुरा, आगरा, अलीगढ़ व हाथरस में भेजी गई.


बरेली के थाना कोतवाली में 2 जनवरी को एक लड़की की गुमशुदगी दर्ज हुई थी. बताया गया था कि 31 दिसंबर को घर से नाराज होकर कहीं चली गई थी. परिजनों ने फोटो व शव देख कर मृतक युवती की पहचान की.


यूपी से पकड़े गए हत्यारे
आधार कार्ड के आधार पर एक टीम अलीगढ़ पहुंची और वहां लड़कियों व महिलाओं की खरीद फरोख्त से जुड़े लोगों की जानकारी प्राप्त की. अलीगढ़ के खैर इलाके में कमरा लेकर रह रहे व्यक्ति डॉ. अजय व वीरेंद्र टीम को संदिग्ध लगे. अजय का नाम ही पवन शर्मा है. टीम को पता लगा कि अजय व उसकी महिला मित्र किरण किसी लड़की को लेकर मथुरा से निकले हैं.


इस सूचना पर आरोपी को पकड़ने के कई प्रयास किए गए पर हर बार वह बच निकला. आखिरकार सोमवार को वृंदावन के छटीकरा चौराहे से टीम ने पवन को और फिर उसकी सूचना पर महवा के पास नौगांव में हेम सिंह राजपूत के घर में रह रही किरण को भी पुलिस ने पकड़ लिया.


ऐसा फंसाया था युवती को
जानकारी के अनुसार 22 वर्षीय  युवती किसी बात पर घरवालों से नाराज होकर 31 दिसंबर को घर से निकल गई थी. इधर-उधर भटकने के बाद 2 जनवरी की सुबह कहीं जाने के लिए मथुरा जंक्शन के प्रतीक्षा हॉल में अकेली बैठी हुई थी. आरोपी अजय उर्फ पवन व किरण यादव ने उससे बातें की और उसकी परिस्थिति का फायदा उठाकर विश्वास में ले लिया उसके बाद दोनों मेहंदीपुर बालाजी ले आए.


कस्बे के मुलकराज धर्मशाला में कमरा लेकर शाम को चाय में नींद की गोली मिलाकर युवती को दी. रेप की कोशिश करने पर अर्द्धचेतन हालत में आकांक्षा के विरोध करने और चिल्लाने पर उन्होंने गला दबा और सिर दीवार पर मार कर उसकी हत्या कर दी. शव को रजाई से ढंक सारा सामान लेकर कमरे के ताला लगा मौके से फरार हो गए थे.


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