(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan Diwas 2022: अमेरिका में भी मनाया जाएगा Rajasthan Day का उत्सव, पहली बार हो रहा है इतना बड़ा और खास आयोजन
Rajasthan Diwas 2022: अमेरिका में पहली बार हो रहे राजस्थान दिवस समारोह में अमरीका के अलावा नार्वे, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य देशों में रहने वाले कई प्रवासी भारतीय भी वर्चुअली जुड़ेंगे.
Rajasthan Diwas 2022: राजस्थानी दुनिया के कोने कोने में बसे हुए हैं. राजस्थान दिवस को लेकर राजस्थानियों (Rajasthanis) में खासा उत्साह है. इस वर्ष अमेरिका में भी बुधवार को राजस्थान दिवस मनाया जाएगा. न्यूयॉर्क स्थित भारतीय कॉन्सुलेट राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमरीका (राना) और जयपुर फुट यूएसए के साथ मिलकर इस मौके पर वर्चुअल आयोजन करेगा. इसमें इंडियन आइडल में विजेता रहे मरूभूमि के प्रसिद्ध लोक कलाकार स्वरूप खां लंगा की प्रस्तुति खास आकर्षण होगी. अमरीका में संभवतः पहली बार राजस्थान दिवस (Rajasthan Day) पर कोई आयोजन किया जा रहा है.
कौन कौन शामिल होगा
कार्यक्रम समन्वयक फ्लोरिडा स्थित ड्यूस बैंक के वाइस प्रेसिडेंट बीकानेर मूल के पंकज ओझा के अनुसार समारोह में न्यूयार्क में कॉन्सुलेट जनरल ऑफ इंडिया रणधीर जायसवाल, राना के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रेम भंडारी, लोक कलाकार स्वरूप खां, राजस्थानी कवि केसरदेव मारवाड़ी, कुंवर जावेद विशिष्ट अतिथि होंगे. इस दौरान मारवाड़ी और जावेद काव्य पाठ करेंगे. राजस्थानी भाषा मान्यता आंदोलन की साल 2003 में शुरुआत करने वाले राना के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शशि शाह का व्याख्यान भी होगा. भारतीय समयानुसार बुधवार को शाम साढ़े छह बजे शुरू होने वाले कार्यक्रम का सोशल मीडिया पर सीधा प्रसारण किया जाएगा.
कई देशों के प्रवासी भारतीय जुड़ेंगे
राना के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव और एक भारत, श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत अमेरिका के न्यूयार्क में पहली बार हो रहे राजस्थान दिवस समारोह में अमरीका के अलावा नार्वे, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य देशों में रहने वाले कई प्रवासी भारतीय भी वर्चुअली जुड़ेंगे.
भंडारी के अनुसार राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए प्रवासी भारतीय भी लगातार प्रयास कर रहे हैं. जुलाई 2003 में न्यूयॉर्क में हुए पहले अंतरराष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन में राजस्थानी की मान्यता की आवाज उठी. राना के संस्थापक अध्यक्ष और राजस्थान फाउंडेशन के अध्यक्ष केके मेहता व प्रमुख प्रवासी डॉ. शशि शाह ने सम्मेलन में मुख्यमंत्री के रूप में पहुंचे अशोक गहलोत को राजस्थानी की मान्यता के लिए ज्ञापन दिया. इसके बाद गहलोत ने 25 अगस्त 2003 को राजस्थान विधानसभा में सर्वसम्मति से संकल्प पारित करवाकर केंद्र सरकार को भेजा था. राजस्थान दिवस पर हो रहे आयोजन में डॉ. शाह राजस्थानी मान्यता को लेकर अपनी बात रखेंगे.