Rajasthan Politics: राजस्थान में जैसे-जैसे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आने की तारीख करीब आ रही है वैसे-वैसे कांग्रेस में चल रही कलह व गुटबाजी भी खुलकर सामने आ रही है. इस बीच प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के बाद सियासी पारा और चढ़ गया है. एक के बाद एक कई नेता अपनी ही पार्टी के नेताओं पर हमला बोल रहे हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.


अजय माकन के इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है. राजस्थान कांग्रेस में आर-पार की लड़ाई के लिए के नेता मैदान में उतार चुके हैं. प्रदेश प्रभारी पद से अजय माकन के इस्तीफे के बाद उनके समर्थक काफी आहत हैं.


गहलोत गुट पर बोला हमला
वहीं जोधपुर के ओसिया से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा भी अजय माकन के समर्थन में उतरते ही एक बार फिर गहलोत गुट को निशाने पर लिया है. दिव्या मदेरणा ने एक के बाद एक कई ट्वीट अजय माकन के समर्थन में करते हुए सीएम गहलोत के गुट पर जोरदार हमला बोल दिया है.


दिव्या मदेरणा ने ट्वीट में लिखा, "खरगे जी को अजय माकन का इस्तीफा स्वीकार नहीं करना चाहिए, क्योंकि बागी गुट वही चाहता है. बागी गुट ऐसा प्रभारी महासचिव चाहता है जो उनकी ब्लैकमेलिंग के आगे घुटने टेक दे और जो गांधी परिवार के नजदीकी, केवल कांग्रेस के हित में काम करने वाला नहीं हो."


दिव्या मदेरणा ने अजय माकन के इस्तीफे को लेकर गहलोत पर सवाल उठाते हुए लिखा, "अजय माकन का इस्तीफा देना बहुत दुखद है लेकिन इस्तीफे तो दूसरी तरफ से होने चाहिए थे, जिन लोगों को अनुशासनहीनता के मामले में नोटिस दिए गए थे, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. अजय माकन की जगह इस्तीफे तो नोटिस मिलने वाले नेताओं के होने चाहिए."


नहीं कोई दूसरा विकल्प
दिव्या मदेरणा ने अजय माकन के इस्तीफे को लेकर लिखा की एक स्वाभिमानी व्यक्ति के लिए ऐसे हालात में पद छोड़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचता और अजय माकन ने वही किया.


दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की तैयारियां चल रही थी उसी दौरान 25 सितंबर को प्रदेश प्रभारी अजय माकन व मलिकार्जुन खडगे सभी विधायकों से एक लाइन में प्रस्ताव पास कराने के लिए जयपुर पहुंचे थे जहां पर सभी की बैठक होनी थी. 


सभी विधायकों ने बैठक का बहिष्कार किया और उसके बाद स्पीकर के आवास पर जाकर सभी ने इस्तीफा दे दिया. इसको अनुशासनहीनता और बगावत मानते हुए कार्रवाई की मांग की गई, जिसको लेकर नेताओं को नोटिस भी जारी हुए लेकिन कार्रवाई नहीं इस्तीफा देने वाले सभी नेता यह चाहते थे कि जिसने 2020 में पार्टी से बगावत करके गए थे सचिन पायलट उनको मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाए उनके अलावा किसी को भी मुख्यमंत्री बनाया जाए


प्रदेश प्रभारी अजय माकन का उस दौरान एक वीडियो भी सामने आया थे. उस वीडियो में अजय माकन सीट पर बैठे हैं और उनके पास अन्य कई नेता भी बैठे हैं और वीडियो में अजय माकन यह बोलते साफ सुनाई देते हैं कि अभी तो और भी कई लोग टूटकर इधर आएंगे थोड़ा इंतजार करो इतना बोलते ही सभी लोग हंसी के ठहाके लगाते हैं. इसको लेकर गहलोत गुट ने अजय माकन पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया था.


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