Deputy CM Diya Kumari: राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने आज वित्त, सार्वजनिक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और पर्यटन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली है. जिसमें कई बड़े निर्देश जारी किये हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य कि गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए और कार्य कि गुणवत्ता खराब करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.
डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में राजस्थान की वित्तीय स्थिति को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की है. उन्होंने राज्य की वित्तीय स्थिति, राजस्व और विभिन्न योजनाओं पर होने वाले खर्च की विस्तार से जानकारी ली है. अधिकारियों को राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं. राजस्थान को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ साथ योजनाओं का लाभ समयबद्ध तरीके से जनता तक पहुंचाने का सरकार का लक्ष्य है.
सड़क खराब हुई तो ठेकेदार पर कार्रवाई होगी
सार्वजनिक निर्माण विभाग की बैठक में उन्होंने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता खराब होने कि शिकायत नहीं आनी चाहिए. पांच साल कि गारंटी अवधि में सड़क खराब हो तो जिस ठेकेदार ने सड़क का निर्माण किया है, उससे उसकी मरम्मत करवाना सुनिश्चित करानी होगी. उन्होनें इस बात पर नाराजगी भी जाहिर कि की ठेकेदारों से गारंटी अवधि में सड़क सही नही करवाई जाती है. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी अनियमितता करने वाले ठेकेदार एवं संबंधित अधिकारी दोनों पर कार्यवाही होगी.
मंत्री दीया कुमारी ने निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि आमजन खराब सड़कों की सीधी शिकायत करें और उन्हें राहत मिले. उन्होंने कहा कि सडकों कि बार- बार खुदाई न हों और अगर किसी कारण से हों तो उसको तत्काल ठीक करवाया जाएं इसके लिए सभी विभागों में समन्वय स्थापित होगा.
'नौनिहालों को ताजा और पौष्टिक आहार दिया जाए'
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने महिला एवं बाल विकास विभाग की बैठक में गुणवत्तापूर्ण पोषाहार वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. नौनिहालों को ताजा और पौष्टिक आहार पूर्ण पारदर्शिता से मिलना चाहिए. उन्होंने विद्यालयों में बालिकाओं के लिए सुरक्षा जागरूकता के कार्यक्रम चलाएं जाने पर जोर दिया जा रहा है. स्कूल स्तर पर ही अगर बालिकाएं सशक्त और जागरूक कर दी जाएं और उन्हें आत्मरक्षा में निपुण बना दिया जाए तो महिला अपराधों को बहुत हद तक कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि योजनाओं को कागजों की बजाय धरातल पर उतारे ताकि आमजन को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके.
पर्यटकों के लिए हेल्पलाइन जारी होगी
पर्यटन में राजस्थान कि अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने की क्षमता है और हमे इसी दिशा में काम करना है. उन्होंने कहा कि हम पर्यटन सीजन के अलावा ऑफ सीजन के लिये भी योजना बनाये ताकि हम उस समय में खासकर ग्रीष्म ऋतु में ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को बुला सके. इसके लिए कुछ विशेष उत्सव आयोजित करने एवं ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं. पर्यटकों की साहुलियत के लिये एक पर्यटक हेल्पलाइन या शिकायत निवारण ऑनलाईन सिस्टम बनाये जाने की बात कही है.
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