Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा 2023 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने के बाद प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंपी गई. वहीं उपमुख्यमंत्री दीया सिंह व उपमुख्यमंत्री डॉक्टर प्रेमचंद बैरवा सहित शपथ ले चुके हैं. राजस्थान भजनलाल सरकार में उपमुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा एक्शन में नजर आ रहे हैं. बैरवा फागी विधानसभा क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए. सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों को हिदायत देते हुए कहा कि अपने काम से काम रखें किसी व्यक्ति और पार्टी का कार्यकर्ता बनकर काम किया तो उसे बख्शा नहीं जायेगा.
राजस्थान सरकार के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर प्रेमचंद बेरवा फागी विधानसभा क्षेत्र में धन्यवाद सभा में पहुंचे. इस दौरान सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को दो टूक शब्दों में कहा कि "मैं चाहूंगा कि वह अपना काम से कम रखें. किसी पार्टी का कार्यकर्ता बनकर काम नहीं करें. जिस तरह से पीछे खेल चलाया था. में किसी भी कर्मचारी अधिकारी को ऐसा करने पर बख्शेंगे नहीं."
'फागी विधानसभा की जनता नहीं सहेगी अत्याचार'
उन्होंने कहा कि "में सभी सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को बता देना चाहता हूं कि यहां पर कोई पोलपट्टी नहीं है. जिस तरह से हम लोगों व हमारे कार्यकर्ताओं पर अत्याचार इन लोगों ने किया था, इन लोगों द्वारा करवाया गया था. ऐसा अत्याचार अब फागी विधानसभा की जनता नहीं सहेगी. अगर किसी कर्मचारी को काम नहीं करना है. तो वो स्वतः ही यहां से चले जाएं. वरना उसके साथ क्या-क्या होगा में खुद भी नहीं जानता.''
'जनता का सेवक बनकर काम करना पड़ेगा'
उप मुख्यमंत्री बैरवा ने कहा कि मुझे पता है कि पिछले 5 साल में किस तरह से यह अधिकारी व कर्मचारी काम करते थे. वे यहां पार्टी के कार्यकर्ता बनकर व व्यक्ति के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे थे. लेकिन अब व्यक्ति का कार्यकर्ता नहीं गरीब जनता का कार्यकर्ता बनकर उनका सहयोग करते हुए सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों को जनता का सेवक बनाकर ही काम करना पड़ेगा. सभी अधिकारी व कर्मचारियों को ना कि मेरा सेवक बनाकर बल्कि जनता का सेवक बनकर काम करना पड़ेगा.
बता दे कि राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने भ्रष्टाचार प्रशासनिक अधिकारियों की तानाशाही तुष्टिकरण के मुद्दे विधानसभा चुनाव में उठाए थे अन्य मुद्दों के आधार पर बीजेपी को सत्ता हासिल हुई है . मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शपथ ग्रहण करते ही भ्रष्टाचारियों वह अपराधियों को सख्त संदेश देते हुए एसआईटी का गठन किया गया.
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