Rajasthan: डीजीपी उमेश मिश्रा की अपराधियों को सख्त चेतावनी, कहा- 'या तो सुधर जाओ या फिर प्रदेश...'
Jodhpur News: डीजीपी उमेश मिश्रा ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की. इस बातचीत में पुलिस के जवानों को साप्ताहिक अवकाश पर अपनी बात रखी. साथ ही अपराधिरयों को कड़ा संदेश दिया.
Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) पुलिस के महानिरीक्षक उमेश मिश्रा शनिवार को एक दिन के जोधपुर (Jodjpur) दौरे पर रहे. उन्होंने यहां चुनावों से पहले संभाग के सभी अधिकारियों के साथ संगठित अपराध और अपराधियों को लेकर समीक्षा बैठक की. इस बैठक में जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड और रेंज आईजी जयनारायण शेर सहित सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक और पुलिस कमिश्नरेट के सभी डीसीपी मौजूद रहे.
वहीं डीजीपी उमेश मिश्रा ने एबीपी न्यूज से भी खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने पुलिस के जवानों के साप्ताहिक अवकाश पर अपनी बात रखी. साथ ही अपराधिरयों को कड़ा संदेश दिया. डीजीपी उमेश मिश्रा ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि पुलिस के जवानों को साप्ताहिक अवकाश मिलना चाहिए. हमने यह सेटेलाइट आदेश नहीं निकाला है. इसको स्वैच्छिक रखा है. कई जगह पुलिस ने इसको लागू किया है. जैसे अजमेर में इसे लागू किया गया है. कई जगह साप्ताहिक अवकाश की जगह उसी के अंतर्गत 15 दिन में अवकाश रखा जा रहा है.
'साप्ताहिक अवकाश एक अच्छा निर्णय'
उन्होंने कहा कि अधिकतर जगह साप्ताहिक अवकाश को लेकर रुचि नहीं दिखाई गई है. डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि मेरा हमेशा ही यह कहना रहता है कि पुलिस का मोरल बनाए रखने के लिए यह जरूरी है. उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी और जिला पुलिस में पुलिस अधीक्षक अपना डिसीजन खुद ले सकते हैं. उमेश मिश्रा ने कहा कि पुलिस का मनोबल बनाए रखना है, तो आपको पुलिस के लिए कुछ ना कुछ तो वेलफेयर करना ही पड़ेगा. साप्ताहिक अवकाश एक अच्छा निर्णय है. इसको किसी न किसी रूप में सभी जगह लागू करना चाहिए.
भीड़तंत्र की हिंसा पर भी बोले DGP
उन्होंने कहा कि अगर कोई इसमें बदलाव करना चाहे तो 15 दिन में 1 दिन कर सकता है, लेकिन पुलिस के जवानों को आराम मिलना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि मैं जोधपुर पुलिस कमिश्नर और रेंज आईजी से कहूंगा कि इसको किसी न किसी रूप में लागू किया जाए. वहीं भीड़तंत्र के जरिए लगातार हिंसा की घटनाओं पर डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि इस तरह की घटनाओं में कमी तभी आएगी, जब कानून का शासन कठोरता से लागू होगा. अगर कोई घटना होती है, तो उसको तुरंत कानून की भाषा सबक मिले. यहीं नहीं डीजीपी उमेश मिश्रा ने अपराधी और अपराध से जुड़े अपराधियों के लिए एक संदेश भी दिया.
अपराधियों को दिया सख्त संदेश
डीजीपी मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में पुलिस अपराधियों के पीछे पड़ी हुई है, जिससे अपराधी पंगु हो चुके हैं. अब अपराधी या तो जेल में होंगे. या फिर प्रदेश से बाहर होंगे. अभी भी समय है, या तो अपराधी सुधर जाएं और अपने अपराध की प्रवृत्ति को छोड़ दें. नहीं तो वो प्रदेश छोड़ दें. साथ ही उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाले लोगों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. सोशल मीडिया भड़काऊ पोस्ट डालकर सांप्रदायिक माहौल बिगड़ाने वालों पर कठोर कानून के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि सभी अधिकारियों के साथ हमने समीक्षा बैठक की.
डीजीपी ने की समीक्षा बैठक
डीजीपी ने बताया कि इसमें क्राइम की सिचुएशन, पुलिस के मोरल और उनकी समस्याओं को भी सुना गया. साथ ही पश्चिमी राजस्थान का ये संभाग काफी बड़े अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से जुड़ा हुआ है. इसलिए बॉर्डर की गतिविधियों पर भी हमारी पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है. हमने देखा है कि यहां की पुलिस अच्छा काम कर रही है. जो घटनाएं हो रही हैं, पुलिस उन पर तत्काल कार्रवाई कर रही है. इस समीक्षा बैठक में यह भी सामने आया कि यहां कोई भी गंभीर अपराध का मामला अभी पेंडिंग नहीं है.
साथ ही उन्होंने बताया कि स्मगलिंग अवैध हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों पर भी पुलिस कठोर कार्रवाई कर रही है. पुलिस की कार्रवाई से सभी अपराधी पंगु हो चुके हैं. ऐसे में पुलिस का हौसला हाई है और अपराधियों का मनोबल गिरा हुआ है. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर जो भी एक्टिविटी हो रही है, उस पर भी हमारी पुलिस की इंटेलिजेंस एजेंसी और सेंट्रल एजेंसी सभी साथ मिलकर निगरानी बनाए हुए हैं. कोई मामला सामने आता है, तो हमारी एसएसबी की विंग उस पर कार्रवाई करती है.