Rajasthan Diarrhea News: राजस्थान में हर वर्ष सिर्फ डायरिया से  से अधिक बच्चों की मौत हो रही है. इसके लिए अब अभियान शुरू होने जा रहा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने अनुसार देश में 5 साल तक के करीब 5.8 प्रतिशत बच्चों की मौत का कारण डायरिया है. हमारा लक्ष्य है कि डायरिया से होने वाली मौतें आने वाले समय में शून्य की जाए. प्रदेश में भी डायरिया पर प्रभावी रोकथाम के लिए एक जुलाई से 31 अगस्त तक स्टॉप डायरिया अभियान चलाया जाएगा. 


स्टॉप डायरिया अभियान के लिए माइक्रो प्लानिंग एवं पूर्ण समन्वय के साथ काम किया जा रहा है. डायरिया नियंत्रण में राजस्थान की स्थिति राष्ट्रीय औसत एवं अन्य राज्यों से बेहतर है लेकिन अभी भी प्रदेश में हर वर्ष 3900 से अधिक बच्चों की मृत्यु डायरिया से होना चिंताजनक है. जुलाई और अगस्त में मौसमी एवं जल जनित बीमारियों से बचाना है.


ये ज्यादा हैं प्रभावित
प्रदेश में डायरिया से अधिकांश मौतें आर्थिक एवं सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों, कच्ची बस्ती, पिछड़े क्षेत्रों, बाढ़ या सूखाग्रस्त आदि इलाकों में सामने आती हैं. ऐसे संवेदनशील वर्गों एवं क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां विशेष फोकस के साथ डायरिया रोकथाम गतिविधियों का संचालन किया जाएगा. स्कूलों में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ ही बच्चों को डायरिया से बचाव को लेकर जागरूक किए जाने की तैयारी है. विद्यालयों में डायरिया के प्रति जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियों की जाएगी.


ओआरएस एवं जिंक टेबलेट रखना जरुरी है
राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन को ओआरएस एवं जिंक टेबलेट की समुचित व्यवस्था रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं. आशा एवं एनएनएम के माध्यम से घर-घर तक इनका वितरण करवाया जाएगा. डायरिया के उपचार के लिए बेहतर व्यवस्था कराए जाने की तैयारी है. सभी भागीदार विभागों एवं संस्थाओं को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाए. इस तरह से ये अभियान तेजी से किए जाने की तैयारी चल रही है. 


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