Rajasthan Discom Department: राजस्थान में डिस्कॉम विभाग बिजली चोरी को रोकने के लिए बिजली के मीटर रीडिंग में गड़बड़ी के साथ लंबे समय से बिल वितरण नहीं होने की परेशानी झेल रहे उपभोक्ताओं को अब जल्द बड़ी राहत मिलेगी. क्योंकि जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से जल्द बिजली मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदल दिया जाएगा. स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की प्रक्रिया विभाग ने शुरू कर दी है. स्मार्ट मीटर में खास बात यह है कि मोबाइल टीवी की तरह रिचार्ज करना होगा, जितना रिचार्ज उपलब्ध होगा उतनी ही बिजली मिलेगी.


जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी प्रमोद टाक ने बताया कि करीब 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी. यह दो फेज में किया जाएगा. पहले फेज में 13 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे. राजस्थान के तीनों डिस्कॉम में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है. 2025 तक लोगों के घरों के बाहर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित है.


टेंडर जारी किया गया


मोबाइल की तरह रिचार्ज खत्म होने पर स्वतः ही बिजली कट जाएगी. जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से बाड़मेर जोन में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं. बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर इन तीन जिलों में 10 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए डिस्कॉम ने 767.94 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है. इस टेंडर के जरिए जिस एजेंसी को टेंडर मिलेगा वह एजेंसी बाद में घरेलू मीटर स्थापित करने के साथ ही 10 साल तक का रखरखाव करेगी.


डिस्कॉम विभाग घाटे से जूझ रहा है, जिसको विभाग के डिजिटलीकरण किए जाने के बाद बिजली चोरी पर नियंत्रण कर डिस्कॉम को घाटे से बाहर निकालने की एक नई कोशिश की जा रही है. केंद्र सरकार ने 2025 तक स्मार्ट मीटर स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है. बाड़मेर जोन में 3 जिले हैं, जहां करीब 10 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का प्रथम से प्रावधान रखा है. हालांकि अकेले बाड़मेर जिले में 5 लाख से ज्यादा घरेलू कनेक्शन है.


रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत केंद्र सरकार यह बदलाव पूरे देश में कर रही है. मार्च 2025 तक प्रदेश के सभी जिलों में बिजली मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदलना तय किया गया है. क्योंकि उसके बाद हर कनेक्शन को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदलना है, जिसके बाद हर कलेक्शन को मीटर की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी. ताकि बिजली चोरी रोकने में डिस्कॉम सफल हो सके और घाटे से उबरने में सहायता मिल सके, जितना रिचार्ज होगा उतनी बिजली मिलेगी.


स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से यह होंगे फायदे



  • बिजली चोरी पर लगाम लगेगी.

  • बिजली को लेकर अलर्ट मोबाइल पर मिलेगा.

  • बिजली उपभोक्ता उपभोक्ता का नियंत्रण रहेगा.

  • प्रीपेड सुविधा से रिचार्ज होगा. बिल भरने की परेशानी से निजात मिलेगी.मीटर रीडिंग को लेकर चल रही गड़बड़ी पूरी तरह से खत्म होगी.


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट घोषणा के दौरान किसानों को 2000 यूनिट बिजली फ्री और आम लोगों को 100 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा की थी. वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग बड़ा बदलाव करने जा रहा है, जिससे बिजली चोरी और मीटर रीडिंग में आ रही गड़बड़ी को रोकने और घाटे से उभरने में सहायता मिलेगी.


आरएन विश्नोई, अधीक्षण अभियंता, (आईटी), जोधपुर डिस्कॉम बाड़मेर जॉन के 3 जिले हैं. जहां पर डिस्कॉम विभाग स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए डिस्कॉम ने टेंडर जारी कर दिया. बाड़मेर जालौर और जैसलमेर में करीब 10 लॉक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेंगे. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और उस पर काम शुरू हो चुका है.


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