Rajasthan News: राजस्थान में होली खेलने के लिए युवाओं ने लगाई जान की बाजी, पत्थरबाजी में 48 लोग हुए घायल
Rajasthan में होली पर एक गांव के 48 युवक घायल हो गए हैं. दरअसल डूंगरपुर जिले में खेली जाने वाली होली में एक गुट दूसरे गुट पर पत्थरों की बरसात करता है, इसी परंपरा को निभाने के दौरान ये हादसा हुआ.
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Rajasthan Stone Holi: देशभर में अलग-अलग क्षेत्रों में अलग तरीके से होली खेली जाती है लेकिन राजस्थान (Rajasthan) में ऐसी होली भी खेली जाती है जहां युवक अपनी जान पर खेल जाते हैं. हुआ भी यही, शुक्रवार शाम तक खेली गई इस होली में एक गांव के 48 युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. किसी के सिर पर गंभीर घाव हुए तो टांके लिए गए, तो किसी के चेहरे पर तक पत्थर से चोट लगी. फिर साथी युवक सभी घायल युवकों को एक के बाद एक हॉस्पिटल ले जाते रहे.
दरअसल डूंगरपुर जिले के भीलूड़ा गांव में शुक्रवार को पत्थर मार होली खेली गई. सुबह से ही युवक गांव के बाहरी क्षेत्र में एकत्र हो गए और दो गुटों में बंट गए. इसके बाद सड़क पर पड़े पत्थर एक दूसरे पर फेंकते रहे. कुछ युवक तो गिलुर से भी फेंकते रहे. ऐसे में किसी के सिर, पैर हाथ तो किसी के चेहरे पर चोट आई.
खेली जाती है पत्थर और कंडा मार होली
डूंगरपुर जिले के सांगवाड़ा उपखंड के भीलूड़ा गांव में पत्थरमार होली खेली जाती है जिसे स्थानीय बोली में राड़ कहा जाता है. इस पंरपरागत राड़ के आयोजन को देखने के लिए न सिर्फ वागड़ क्षेत्र के अपितु समीपस्थ गुजरात व मध्य प्रदेश के सीमावर्ती गांवों से लोग आते हैं. इस रोचक आयोजन के लिए सायंकाल गांव के रघुनाथजी मंदिर के समीप मैदान पर लोगों की टोलियां दो समूहों में आमने-सामने बंटकर एक-दूसरे पर पत्थरों की बौछार करती है.
हजारों दर्शकों की उपस्थिति में दोनों दलों के प्रतिभागी जब पूर्ण जोश व उत्साह के साथ रस्सी से बने गोफनों से लगभग दो घंटों तक एक-दूसरे पर पत्थरों की वर्षा करते हैं. इस दौरान दोनों दलों के प्रतिभागी परंपरागत ढालों से इस पत्थरवर्षा से बचने का यत्न भी करते है और लहुलूहान होते हुए भी इस परंपरागत आयोजन को पूर्ण श्रद्धा के साथ मनाते हैं.
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