Rajasthan Board Exams 2024: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं होगी. इनका संचालन पारदर्शी तरीके से करने और नकल की रोकथाम के लिए हर सम्भव प्रभावी कदम उठाए जाएं. शिक्षा मंत्री ने शासन सचिवालय में उच्चाधिकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली, परीक्षाओं के संचालन सम्बंधी व्यवस्थाओं और प्रोटोकॉल से सम्बंधी प्रजेंटेशन के दौरान अधिकारियों को ये निर्देश दिए.


प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की उच्च माध्यमिक, उच्च माध्यमिक (व्यावसायिक) एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षाएं 29 फरवरी 2024 तथा माध्यमिक, माध्यमिक (व्यावसायिक) एवं प्रवेशिका परीक्षाएं 07 मार्च 2024 से प्रारम्भ होना प्रस्तावित है. बैठक में इसके टाइम टेबल का अनुमोदन किया गया. 


स्पष्ट गाइडलाइन को लेकर दिए निर्देश
शिक्षा मंत्री ने कहा कि परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए सभी परीक्षार्थियों के लिए यह स्पष्ट गाइडलाइन जारी की जाए कि वे परीक्षा केन्द्र पर क्या-क्या चीजें लेकर आ सकते हैं और क्या नहीं. किसी भी कीमत पर नकल नहीं हो इसके लिए सभी प्रकार की आवश्यक सावधानी बरती जाए. उन्होंने कहा कि जिन कार्मिकों के खिलाफ पहले से आरोप हो, विभागीय जांच प्रस्तावित हो या जिनको ब्लैक लिस्ट किया गया है, उनको परीक्षाओं से जुड़ी कोई जिम्मेदारी नहीं दी जाए.


 जो कार्मिक परीक्षा में गड़बड़ी करते पाया गया उसे भुगतना होगा आर्थिक नुकसान
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वहीं आगे से जो कार्मिक परीक्षाओं में गड़बड़ी में संलिप्त पाया जाए, उससे परीक्षार्थियों को हुए नुकसान का मूल्यांकन धन के रूप में किया जाए और दोषियों से वह राशि वसूलने की व्यवस्था भी की जाए. उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता को बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों, वीडियोग्राफी और माइक्रोआब्जर्वर के जरिए परीक्षा केन्द्रों की मॉनिटरिंग की जाए. उन्होंने केन्द्रों पर बालक-बालिकाओं के लिए पृथक से स्वच्छ टॉयलेट्स की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए. 


समय पर छात्रवृत्ति दी जाए 
शिक्षा मंत्री ने कहा कि परीक्षाओं के बाद जिन परीक्षकों द्वारा कॉपी जांच की जाती है, उनके लिए जांच के बाद कॉपी पर कार्य पूर्ण होने का समय लिखने की गाइडलाइन जारी की जाए.


इसके साथ कॉपी जांच का कार्य पूर्ण होने के दिन ही परीक्षार्थियों के अंक भेजना सुनिश्चित हो. उन्होंने परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद उत्तीर्ण विद्यार्थियों को जिन छात्रवृतियों का लाभ मिलता है, उनको शीघ्रता से जारी कराने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभाग या एजेंसी से समन्वय करते हुए एक ही छत के नीचे छात्रवृति के प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण करने की कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए.


 नकल की रोकथाम के प्रभावी प्रयास 
बैठक में परीक्षाओं में नकल की रोकथाम के लिए और अधिक प्रभावी प्रोटोकॉल लागू करने पर भी चर्चा की गई. इस दौरान स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि इस सम्बंध में पहले से विद्यमान प्रोटोकॉल की समीक्षा करते हुए पुलिस, प्रशासन एवं अन्य पक्षों से प्राप्त सुझावों के आधार पर अपडेटेड प्रोटोकॉल तैयार कर जारी किया जाएगा. 


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