Minister Madan Dilawar Honored Topper: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि वर्तमान में प्रदेश में स्थित निजी स्कूलों से कई बेहतर परिणाम सरकारी स्कूल के बच्चे दे रहे है. मंत्री ने कहा कि शिक्षा कहीं भी लो लेकिन शिक्षा के साथ संस्कारों का समावेश होना बेहद जरूरी है. मंत्री दिलावर शुक्रवार को बूंदी जिले के अलोद कस्बे की छात्रा निधि जैन के घर बधाई देने पहुंचे थे. 


मंत्री ने कहा कि सामन्य परिवार की लड़की ने सरकारी स्कूल में पढ़कर राजस्थान टॉप किया ये कोई सामान्य बात नही है. मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि जिन प्रश्न पत्रों को हल कर छात्रा जितने अंक लाई है उतने अंक तो जिस ने यह प्रश्न पत्र बनाया होगा वह भी और स्कूल के अध्यापक भी नहीं ला सकते ये मेरा दावा है. आयोजित मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह में बूंदी जिले के 62 छात्र छात्राओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर मंत्री दिलावर ने सम्मान किया. 


जुलूस के रूप में पूरे क्षेत्र में निधि का हुआ सम्मान
मंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार प्रयत्न कर रही है कि शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी दे रही है. उन्होंने बताया कि संस्कार की तीन पाठ शाला होती है. सबसे पहली घर, दूसरी स्कूल और तीसरी संगत. इससे पहले ग्रामीणों के द्वारा छात्रा का नागरिक अभिनंदन किया गया. इस दौरान एक खुली जिप्सी में मंत्री मदन दिलावर, पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी, छात्रा निधि जैन और उसके परिजन सवार होकर लोगों के अभिनन्दन स्वीकारते हुए चल रहे थे. 


पूरे मार्ग में छात्रा का लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. इसके बाद सरकारी स्कूल में जिले भर में 95 प्रतिशत अंक लाने वाले 45 छात्र छात्राओं का शिक्षा विभाग की और से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में छात्रा सानिया खान को भी सम्मानित किया गया. इस वर्ष 10 वीं परीक्षा में जहां निधि जैन 99.67 अंक लेकर राजस्थान में टॉपर रही है वही यही की छात्रा सानिया खान ने भी 98.17 अंक लेकर प्रदेश के टॉपर विद्यार्थियों में जगह बनाई है.


स्कूल में सरस्वती की प्रतिमा स्थापित नहीं करने से नाराज हो गए मंत्री 
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने विद्यालय प्रशासन पर स्कूल में सरस्वती मा की प्रतिमा नहीं लगाने की शिकायत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से की तो वह नाराज हो गए. उन्होंने कार्यक्रम के बीच में ही मामले को लेकर स्कूल की प्रधानाचार्या को फटकार लगाते हुए जल्द सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने के निर्देश दिए.


मंत्री ने कहा कि अगर इस तरह के मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाए, अगर ऐसा मामला फिर से आया तो प्रधानाचार्य को सस्पेंड कर दूंगा. उधर स्कूल प्रशासन का कहना था कि सरस्वती माता की प्रतिमा रखी है, जिस समय प्रतिमा लाए थे तब आचार संहिता लग गई थी, जैसे ही आचार संहिता हटेगी वैसे ही प्रतिमा स्थापित करवा दी जायेगी.


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