Rajasthan Election 2023: राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनाव में कुछ सीटें ऐसी रही हैं जहां पर चुनाव जीतने वालों से ज्यादा नोटा को वोट मिले थे. उन सीटों पर इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों में प्रत्याशियों को लेकर मंथन शुरू हो गया है. क्योंकि, पार्टी सूत्रों की माने तो ये सीटें डेंजर जोन में है. उनपर प्रत्याशियों के बदलाव से ही राहत मिलेगी. इसलिए उन सीटों को लेकर पार्टी में कई सर्वे हो चुके हैं. नए नामों को वहां पर मैदान में उतारा जा सकता है. ऐसी 10 से अधिक विधानसभा सीटें हैं. बूंदी, चौमूं, बेंगू, आसींद और मारवाड़ जंक्शन की सीटें हैं. दोनों दलों में इस बार इन सीटों पर आलाकमान की नजर बनी हुई है.
कुछ ऐसा रहा है समीकरण
राजस्थान में जहां वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में 5 लाख 89 हजार 923 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था वहीं वर्ष 2018 में 4 लाख 67 हजार 785 ने नोटा के अधिकार का इस्तेमाल किया था. यह आंकड़ा पिछली बार से 1 लाख 22 हजार 147 कम था मगर कई नेताओं के लिए भारी पड़ा. भाजपा को वर्ष 2013 में जहां विधानसभा चुनाव में 46.05 फीसदी वोट मिला था वहीं वर्ष 2018 में 38.8 फीसदी वोट रहा. वहीं कांग्रेस को जहां वर्ष 2013 में 33.17 फीसदी वोट मिला था लेकिन वर्ष 2018 में 39.3 प्रतिशत ही रहा. जबकि 1.65 फीसदी वोट नोटा के खाते में चला गया था. जबकि दोनों दलों के बीच हार और जीत का अंतर 0.5 के करीब रहा है.
इन सीटों पर रहा नोटा का कमाल
बूंदी विधानसभा सीट पर वर्ष 2018 में NOTA को कुल 1692 वोट पड़े थे. जबकि इस सीट पर जीत मात्र 713 वोट से हुई थी. मगर जो दो चुनावों में भाजपा को बड़ी जीत मिली थी अब वो कम हो गई है. इसलिए पार्टी और जिले के नेता यहां पर नए प्रत्याशी की तलाश में है. इस सीट पर वर्ष 2013 में भी 4,716 वोट नोटा को गए थे. इसी तरह इन सीटों पर असर रहा है. जिसमें बेगूं विधान सभा सीट पर कांग्रेस के राजेंद्र विधूड़ी को 1661 वोटों से जीत मिली थी, मगर उनकी सीट और 3165 नोटा को वोट मिला था. यहाँ भी इस बार कड़ी लड़ाई है. आसींद विधान सभा सीट पर भाजपा के जब्बर सिंह को 151 वोटों जीत मिली और नोटा को 2943 वोट मिले थे.
मारवाड़ जंक्शन विधान सभा सीट पर निर्दलीय खुशवीर सिंह को 251 वोटों से जीत मिली थी लेकिन 2719 नोटा को मिला था. चौमूं सीट पर भाजपा के रामलाल शर्मा को 1288 वोटों जीत मिली थी मगर यहां 1859 मत नोटा को मिला था. खेतड़ी विधान सभा सीट पर कांग्रेस के जितेंद्र सिंह को 957 मतों से जीत मिली थी जबकि 1377 मत नोटा को मिला था.
इसी तरह दांतारामगढ़ विधान सभा सीट पर कांग्रेस के वीरेंद्र सिंह को 920 मतों से जीत मिली जबकि 1180 मत नोटा को गया था. फतेहपुर विधान सभा सीट पर कांग्रेस के हाकम अली खान को 860 मतों से जीत मिली थी जबकि 1165 मत नोटा को गया था. पोकरण विधान सभा सीट पर कांग्रेस के सालेह मोहम्मद को 872 मतों से जीत मिली और 1121 मत नोटा को गया था.
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