Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए जो भी प्रत्याशी मैदान में है वो अपने-अपने क्षेत्र में प्रचार करने में लगे हुए हैं. कहीं समर्थन तो कहीं विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है. भरतपुर जिले की नदबई विधानसभा से कांग्रेस विधायक और प्रत्याशी जोगिंदर सिंह अवाना (Joginder Singh Awana) के खिलाफ आज यानी शुक्रवार (10 नवंबर) को महापंचायत आयोजित हुई. जिसमें गुर्जर समुदाय सहित अन्य समाज के लोगों ने इस चुनाव में कांग्रेस विधायक अवाना को हराकर उनके घर वापस नोएडा के लिए रवाना करने का ऐलान करते हुए बीजेपी प्रत्याशी जगत सिंह (Jagat Singh) का समर्थन कर वोट देने का ऐलान किया. 




विधायक जोगिंदर सिंह अवाना भी गुर्जर समाज से ही आते हैं लेकिन गुर्जर समाज ही उनका विरोध कर रहा है. गुर्जर समाज के लोगों का कहना है कि विधायक अवाना गुर्जर समाज की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं. गुर्जर समाज ने जितनी उनकी मदद की थी उन्होंने जो भी गुर्जर समाज से वादे किये थे एक भी वादा पूरा नहीं किया है. इसलिए अब यह अवाना को रवाना करने का निर्णय लिया गया है. गुर्जर समाज के निहाल सिंह का कहना है की विधायक अवाना ने लोगों में फूट डालो राज करो की नीति अपनाई है, भ्रष्टाचार किया है.

 

कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ हुए गुर्जर समुदाय के लोग

 

उन्होंने जाति के नाम पर वोट लिए थे,जब इन्होंने जातीयता नहीं निभाई सचिन पायलट का साथ नहीं दिया तो गुर्जर समाज को यह बात भी अखरी है. गुर्जर समाज के और उच्चैन के पूर्व सरपंच दिलीप सिंह (Dileep Singh) का कहना है कि विधायक जोगिंदर सिंह अवाना के तरफ से धारा 3 लगाकर लोगों को प्रताड़ित करना भ्रष्टाचार करना लोगों से पैसे लेकर ट्रांसफर कराना जैसा काम किये हैं.  इस लिए उनका साथ छोड़कर बीजेपी को वोट देने का निर्णय लिया है. उनका कहना था कि आचार संहिता लगने से पहले इसलिए विरोध नहीं किया क्यों की लोगों को डर था उनको झूंठे केस में फंसा देगा.

 


पंचायत में गुर्जर पंच पटेलों ने कहा विधायक अवाना ने 5 वर्ष तक लोगों पर अत्याचार किया है जातीय द्वेष फैलाने का काम किया है और भ्रष्टाचार किया है,जिससे पूरे क्षेत्र की जनता परेशान रही है. इसलिए आज यानी शुक्रवार (10 नवंबर) को  गुर्जर समुदाय ने महापंचायत कर विधायक को चुनाव हराने का ऐलान किया है और बीजेपी (BJP) प्रत्याशी जगत सिंह को वोट देने का समर्थन किया है. पिछले चुनाव में गुर्जर समुदाय ने अवाना का साथ दिया था लेकिन विधायक अवाना ने सचिन पायलट का साथ छोड़कर अशोक गहलोत के गुट में शामिल रहे थे और सचिन पायलट को नकारा निकम्मा कहलवाया गया.

 

कांग्रेस प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ी

 

अशोक गहलोत का साथ देने और सचिन पायलट का साथ नहीं देने से गुर्जर समुदाय कांग्रेस के विधायकों से नाराज हैं.  इसलिए अब विधानसभा चुनाव में गुर्जर समुदाय कांग्रेस विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल चुका है. अब देखने वाली बात यह है कि जोगिंदर सिंह अवाना भी गुर्जर समुदाय से आते हैं. जब अपना समुदाय ही नाराज होकर बीजेपी में चला गया है तो अन्य समाज को कैसे रोक पाएंगे. नदबई विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के साथ कांग्रेस की भी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. अब सर्व समाज की बैठक में निर्णय लिया है की इस बार बीजेपी प्रत्याशी जगत सिंह के पक्ष में मतदान करना है. विधायक से नाराजगी अब कांग्रेस पार्टी पर भी पड़ेगी भारी.