Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधान की कुल 200 सीटें हैं. जिनमें से 82 सीटें ऐसी है जो बेहद खास हो जाती है. यहां पर जाट और किसान बहुत महत्वपूर्ण हैं. ये गेमचेंजर हो जाते हैं. पिछले दो बार से कुछ ऐसा ही हुआ है. इन 15 जिलों में कुल 82 सीटें हैं. जिनमें वर्ष 2013 में कांग्रेस को बहुत नुकसान हुआ था मगर वर्ष 2018 में फायदा रहा है. इसलिए भाजपा ने इन क्षेत्रों में मजबूती बनाने के लिए सतीश पूनियां को अध्यक्ष बनायाा और कांग्रेस ने गोविन्द सिंह डोटासरा को अध्यक्ष बनाया.


भाजपा अध्यक्ष रहते हुए डॉ सतीश पूनियां (satish poonia) ने प्रदेश की 190 सीटों का दौरा और प्रवास किया है. राजस्थान विवि में सहायक प्रो सतपाल सिंह बडसारा बताते हैं कि वर्ष 2018 में भाजपा को जो नुकसान हुआ है उस गैप को सतीश पूनियां ने भरने की मजबूत कोशिश की है. जो लगातार जारी है. किसान और जाट साध रहे हैं. भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी यही पर फोकस किये हुए है.


सीकर, जोधपुर, बीकानेर केंद्र सरकार के फोकस में है. कांग्रेस की तरफ से अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा (govind singh dotasra) भी दौरे कर रहे हैं. जाट और किसान दोनों साधने की तैयारी हो रही है. वही जाट महसभा के राजाराम मील का कहना है कि इस बार अभी कुछ साफ़ नहीं है. समय पर देखा जायेगा. जाट नेता राधेराम गोदारा का कहना है कि अभी नजर है.


मारवाड़ जोन की ये 42 सीटें 


जोधपुर जिले में विधान सभा की कुल 9 सीटें हैं. लोहावट, शेरगढ़, ओसियां, भोपालगढ़ (एससी), सरदारपुरा, जोधपुर, सूरसागर, लूनी, बिलाड़ा (एससी) सीटें हैं. पाली जिले में विधान सभा की कुल 6 सीटें हैं. जैतारण, सोजत,बाली, पाली, मारवाड़ जंक्शन, सुमेरपुर सीट हैं. जालोर जिले में कुल 5 विधान सभा की सीटें हैं. आहोर, जालोर, भीनमाल, रानीवाड़ा और सांचोर सीटें हैं. नागौर जिले में विधान सभा की कुल 10 सीटें हैं. लाडनूं, डीडवाना, जायल, नागौर, खींवसर, मेड़ता, डेगाना, मकराना, परबतसर, नावां सीटें हैं. बाड़मेर जिले में विधान सभा की कुल 7 सीटें हैं. शिव, बाड़मेर, बायतु, पचपदरा, सिवाना, गुडामलानी, चोह्टन सीटें हैं. जैसलमेर जिले में कुल 2 विधान सभा की सीटें हैं. पोखरण और जैलसमेर सीटें है. सिरोही जिले में कुल 3 विधान सभा की सीटें है. पिंडवाड़ा आबू, रेवदर और सिरोही है. 


शेखावटी की 21 सीटें हैं खास 


चूरू जिले में विधान सभा की कुल 6 सीटें हैं. सादुलपुर, तारानगर, चूरू, शरदारशहर, रतनगढ़ और सुजानगढ़ विधान सभा सीटें है. सीकर जिले में कुल 8 विधान सभा की कितनी सीटें है. फतेहपुर, लक्ष्‍मणगढ़, धोद, सीकर, दांतारामगढ़, खंडेला, नीम का थाना, श्रीमाधोपुर का नाम शामिल है. झुंझुनूं जिले में विधान सभा की कुल 7 सीटें हैं. पिलानी, उदयपुरवाटी, नवलगढ़, मंडावा, झुंझनूं, खेतड़ी और सूरजगढ़ विधान है. 


इन पांच जिलों में 29 सीटें हैं ख़ास 


बीकानेर जिले में कुल 7 विधानसभा की सीटें हैं. खाजूवाला, बीकानेर पश्चिम, बीकानेर पूर्व, कोलायत, लूणकरणसर, डूंगरगढ़ और नोखा सीटें हैं. श्रीगंगानगर जिले में कुल 6 विधान सभा की सीटे हैं. सादुलशहर, गंगानगर , करणपुर, सूरतगढ़, रायसिंहनगर, अनूपगढ़ सीटें हैं. हनुमानगढ़ जिले में विधान सभा की कुल 5 सीटें हैं. संगरिया, हनुमानगढ, पीलीबंगा (SC), धर्मेन्‍द्र कुमार, नोहर, भादरा सीटें हैं. भरतपुर जिले में कुल 7 विधान सभा की सीटें हैं. कामां, नगर, वैर, डीग-कुम्भेर, नदबई, बयाना और भरतपुर का नाम है. धौलपुर जिले में कुल 4 विधान सभा की सीटें हैं. बसेड़ी, बाड़ी, राजाखेड़ा और धौलपुर विधान सभा की सीटें हैं.


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