Rajasthan Election 2023: कांग्रेस-बीजेपी के लिए मुसीबत! 52 नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के खिलाफ ठोकी ताल
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में एक दर्जन से अधिक तो ऐसी सीटे हैं जहां बागी भले ही जीते नहीं लेकिन पार्टी को हराने की ताकत जरूर रखते हैं. बागी नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के खिलाफ ताल ठोकी है.
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. 6 नवंबर सोमवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी होते ही बीजेपी, कांग्रेस के लिए एक नया संकट खड़ा हो गया है. टिकट बंटवारे को लेकर चल रही नाराजगी दोनों ही पार्टियों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है क्योंकि टिकट बंटवारे के दौरान 52 नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के खिलाफ ताल ठोक दी है, बड़ी परेशानी यह है कि यह सब बड़े जनआधार वाले नेता हैं, इनमें पूर्व मंत्री मौजूद एयरपोर्ट विधायक मौजूद जयपुर निकाय प्रमुख और पूर्व प्रत्याशी शामिल हैं.
कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों के लिए 72 घंटे का समय है बागियों को राजी कर मैदान से हटाया जाए नहीं तो यह पार्टी प्रत्याशियों के लिए बड़ा संकट खड़ा कर सकते हैं. राजस्थान में एक दर्जन से अधिक तो ऐसी सीटे हैं जहां बागी भले ही जीते नहीं लेकिन पार्टी को हराने की ताकत रखते हैं. अब देखना है कि दोनों ही पार्टी के नेता कितने नाराज प्रत्याशियों को मनाने में कामयाब होते हैं. अब मजे की बात तो यह है कि बागियों में एक दर्जन से ज्यादा नेताओं ने तो अपना पाला ही बदल लिया करीब इतने ही प्रत्याशी तीसरे मोर्चे, आरएलपी और निर्दलीय उम्मीदवार बनाकर अपना भाग्य आजमा रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी की 27 सीटों पर बागी प्रत्याशियों ने ठोक दी ताल
भारतीय जनता पार्टी की 27 सीटों पर बागी प्रत्याशियों ने ताल ठोक दी हैं, जैसे डग से पूर्व विधायक रामचंद्र सुनारीवाल, सांचोर से पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी, झोटवाड़ा से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, चित्तौड़गढ़ से मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, शिव से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी, बाड़मेर से प्रियंका चौधरी पूर्व विधायक गंगाराम चौधरी की पोती, सूरतगढ़ पूर्व विधायक राजेंद्र भादू, डीडवाना से पूर्व मंत्री यूनुस खान, अजमेर उत्तर से सुरेंद्र सिंह शेखावत नगर परिषद के पूर्व सभापति, कांमा से पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंगल, बयाना डॉक्टर रितु बनावत जिला अध्यक्ष की पत्नी, लाडपुरा से पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, खंडेला से पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया, झुंझुनू राजेंद्र भांबू, पिलानी पूर्व विधायक कैलाश मेघवाल, सीकर से ताराचंद धायल,फतेहपुर से मधुसूदन भिंडा, कोटपूतली से मुकेश गोयल, बांसवाड़ा हकरू मेईडा, बस्सी से पूर्व राज्य मंत्री दर्जा जितेंद्र मीणा, भीलवाड़ा पूर्व मंत्री कैलाश मेघवाल आसींद से धनराज गुर्जर, गंगापुर सिटी से छोटेलाल सैनी, लक्ष्मणगढ़ से अलका शर्मा महिला मोर्चा पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष, कपासन से दिनेश बुनकर बागीदौरा से खेमराज गरासिया ने चुनाव के लिए ताल ठोक दी है.
कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर बागियो ने ठोकी ताल
सरदारशहर राजकरण चौधरी नगर परिषद मौजूद सभापति, मसूदा पूर्व विधायक एवं संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत, हिडन सिटी से बृजेश जाटव मौजूदा विधायक के बेटे, बांदीकुई से विनोद शर्मा पूर्व जिला प्रमुख, मनोहरथाना से कैलाश मीणा पूर्व विधायक, बड़ी सादड़ी से प्रकाश चौधरी पूर्व विधायक पीपल्दा से सरोज मीणा देहात जिला अध्यक्ष, छपरा से नरेश मीणा पूर्व छात्र अध्यक्ष, कम से खुर्शीद अहमद जरहरा, डूंगरपुर से देवाराम रोत लूणकरणसर से वी एन पूर्व गृह राज्य मंत्री नागौर से पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान, खींवसर से दुर्ग सिंह चौहान, पुष्कर से श्रीगोपाल बाहेती, केकड़ी से बाबूलाल सिंगारिया पूर्व विधायक, गंगापुर सिटी से रघुवीर सिंह,नगर से डॉक्टर गोविंद शर्मा, शाहपुरा से मौजूदा विधायक आलोक बेनीवाल, सूरसागर से रामेश्वर दाधीच पूर्व महापौर जोधपुर, सिवान से सुनील परिहार राजसिको पूर्व अध्यक्ष, लक्ष्मणगढ़ मौजूदा विधायक जोहरी लाल मीणा, फलोदी से कुंभ सिंह पातावत वरिष्ठ नेता ने ताल ठोक दी है.
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