Rajasthan Election 2023: कोटा में छिटपुट घटनाओं के साथ पूरी हुई वोटिंग, जानें कहां सबसे ज्यादा और सबसे कम हुआ मतदान
Rajasthan Election: कोटा के रामगंजमंडी के ग्राम मंदरगढ में ग्रामीणों द्वारा मूलभूत सुविधाओं को लेकर ग्रामीणों ने चुानव का बहिष्कार किया. इसके बावजूद पूरे जिले में 76.13 प्रतिशत मतदान हुआ है.
Rajasthan Election 2023: राजस्थान के कोटा (Kota) संभाग की सभी 17 विधानसभा सीटों पर छुटपुट घटनाओं को छोड़कर चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हुआ, लेकिन यह चुनाव ऐसी यादें भी छोड़ गया जो हमेशा याद रखी जाएंगी. कोटा जिले की 6 विधानसभा में कहीं दिग्गजों का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है, तो कहीं नए चेहरे का भविष्य दांव पर है. जिले की सभी सीटों पर वोटिंग प्रतिशत अच्छा रहा और 2018 की तुलना में इस बार अधिक वोटिंग हुई है, जो स्वतंत्र लोकतंत्र के लिए सुखद संदेश है.
बता दें कि, जिले में 76.13 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि, सबसे अधिक मतदान सांगोद विधानसभा में 79.24 रहा. वहीं सबसे कम वोटिंग लोकसभा अध्यक्ष के गृह विधानसभा कोटा दक्षिण में देखने को मिली. यहां 73.47 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि कोटा उत्तर में 74 प्रतिशत, लाडपुरा विधानसभा में 75.15 प्रतिशत, रामगंजमंडी में 78.04 प्रतिशत और पीपल्दा विधानसभा में 76.93 प्रतिशत वोटिंग हुई.
रामगंजमंडी के इस गांव से खाली लौटा EVM
वहीं रामगंजमंडी विधानसभा के ग्राम मंदरगढ में ग्रामीणों द्वारा मूलभूत सुविधाओं को लेकर जिसमें मुख्य रूप से आजादी के 75 वर्ष बाद भी आज गांव में बिजली, रोड, सड़क, पानी और रोजगार नरेगा वन अधिकार कानून के तहत अधिकार पत्र आदि से वंचित मतदाताओं ने मतदान केंद्र का बहिष्कार किया. मतदाताओं को आश्वासन और समझाइए के लिए कोटा जिले के एसडीएम वह पूर्व विधायक मदन दिलावर पहुंचे, लेकिन लोगों ने किसी की नहीं सुनी. शाम 6 बजे तक किए गए प्रयास विफल रहे और ईवीएम खाली ही लौट आया.
पूर्व सांसद के ड्राइवर की बूथ से लौटते समय मौत
वहीं लाडपुरा विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी कल्पना देवी और उनके पति पूर्व सांसद इज्यराज सिंह के ड्राइवर खालिद की चुनाव में एक बूथ से लौटते समय मंडाना के पास अचानक हार्ट अटैक आने से कार अनियंत्रित हो गई. पास बैठे पूर्व सांसद ने हैंड ब्रेक लगाया और कार अनियंत्रित होकर रुक गई. इसके बाद ड्राइवर खालिद को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसकी मौत की पुष्टी की गई.
चुनाव की कुछ झलकियां
मंत्री शांति धारीवाल के पुत्र सेंटपॉल स्कूल में फर्जी वोटिंग के संदेह में बीजेपी कार्यकर्ताओं से भिड़ गए और गाली गलोच की. पुलिस ने उन्हें बूथ से बाहर कर दिया.
शांति धारीवाल की पुत्र वधु कार्यकर्ताओं के साथ संवेदनशील इलाकों तक पहुंची और कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया.
कोटा दक्षिण में भी हंगामा हुआ और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को धमकी दी, जिसकी शिकायत बीजेपी प्रत्याशी संदीप शर्मा ने थाने में की.
कोटा दक्षिण विधानसभा में एक प्रत्याशी के समर्थक ने कार्यकर्ताओं के लिए सड़क पर ही चूल्हा बना लिया और वहां चाय बनाकर सभी को पिलाई.
तीन प्रत्याशी स्वयं को वोट नहीं कर सके, उनका निवास दूसरी विधानसभा में होने से कोटा उत्तर के बीजेपी प्रहलाद गुंजल, लाडपुरा बीजेपी प्रत्याशी कल्पना देवी और सांगोद से बीजेपी प्रत्याशी हीरालाल नागर वोट नहीं कर सके.
वहीं एक वोटर घोड़ी पर बैठकर मतदान करने पहुंचा.