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Rajasthan Election: इन सीटों पर बागी बने टेंशन, खेल बिगड़ने से पहले मान-मनोव्वल में जुटी कांग्रेस-बीजेपी
Rebels of Rajasthan: बीजेपी और कांग्रेस से टिकट न मिलने पर नाराज नेताओं ने निर्दलीय या अन्य पार्टी से नामांकन दाखिल कर दिया. अब उनके नामांकन वापस लेने के लिए मान मनोव्वल का दौर शुरू हो गया है.
Rebels of Congress in Rajasthan: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब नामांकन वापसी के लिए बागी प्रत्याशियों को समझाइश और मान मनुहार का दौर शुरू होगा. पार्टी का टिकट नहीं मिलने से निर्दलीय या अन्य पार्टी का टिकट लेकर नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों से नामांकन वापस लेने के लिए अब मान मनुहार शुरू होगी. साथ ही उन पर नामांकन वापस लेने के लिए दबाव बनाया जाएगा.
दरअसल, भरतपुर-डीग जिले की 7 विधानसभा सीटों पर नामांकन के आखिरी दिन पार्टी और निर्दलीय 60 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया. इनमें कई प्रत्याशियों ने दो-दो बार भी नामांकन दाखिल किया है. भरतपुर-डीग जिले में लगभग कुल 100 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बागी प्रत्याशियों ने भी नामांकन दाखिल कर दिए हैं. अब पार्टियों की तरफ से डैमेज कंट्रोल किया जा रहा है और नाराज लोगों को समझा कर अपना नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है.
बीजेपी नेता की पत्नी निर्दलीय लड़ रही चुनाव
भारतीय जनता पार्टी के भरतपुर जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल ने उनकी पत्नी ऋतू बनावत को टिकट नहीं देने पर बीजेपी जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर अपनी पत्नी को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा है. ऋतू बंसल साल 2013 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय और साल 2018 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा था, लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अबकी बार बीजेपी ने फिर 2013 में विधायक रहे बच्चू बंशीवाल को टिकट दिया है. इससे ऋतू बनावत बीजेपी से बगावत करके चुनाव मैदान में निर्दलीय उतरीं हैं.
गिरधारी तिवारी ने खोला मोर्चा
भरतपुर विधानसभा से बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष गिरधारी तिवारी बीजेपी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने विजय बंसल को टिकट देकर मैदान में उतारा है, तो गिरधारी तिवारी ने भरतपुर विधानसभा सीट पर निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है. गिरधारी तिवारी पहले भी दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ चुके है, लेकिन साल भर पहले फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और टिकट की दौड़ में लग गए. जब पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो बागी होकर निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है.
9 नवंबर नाम वापसी का आखिरी दिन
कांग्रेस पार्टी के बागी भी अन्य पार्टियों का दामन थाम कर चुनावी मैदान में कूद गए हैं और अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. भरतपुर से दो बार के कांग्रेस जिला अध्यक्ष रहे गिरीश चौधरी ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर भरतपुर विधानसभा सीट पर नामांकन दाखिल किया है, तो डीग जिले की नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. गोविंद शर्मा ने समाजवादी पार्टी से अपना नामांकन दाखिल किया है. विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन 6 नवंबर था और अब नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन 9 नवंबर है. ऐसे में अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि कौन-कौन प्रत्याशी अपना नामांकन वापस लेते हैं. बागी प्रत्याशियों को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा समझाइश दी जा रही है.
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