Kota News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) कोटा में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर जमकर बरसे. कोटा के उम्मेद सिंह स्टेडियम में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि 'अशोक गहलोत यह आप सुन लीजिए, यह हिंदू की जन्मभूमि है. हिंदू यहीं पलेगा और बड़ा होगा और यहीं से हिंदू भारत को विश्व गुरु बनाएगा. कांग्रेस के लोग कहते हैं हम हिंदू धर्म को खत्म कर देंगे. तमिलनाडु के सीएम का बेटा सनातन को डेंगू और मलेरिया कहता है, ऐसे लोगों के साथ ही राहुल गांधी उठते-बैठते हैं.''
हिमंता सरमा ने कहा, ''राजस्थान में कन्हैया लाल की कोई जान ले सकता है अगर य़ह असम में होता तो यम देवता भी उन्हें बचा नहीं सकता. वहीं का वहीं हम हिसाब चुकता कर देते. उदयपुर में कन्हैया का कांड हुआ हिसाब में कोई कमी नहीं होनी चाहिए. यह वीरों की भूमि है और हम वीरों के जैसे ही जवाब देंगे.'' हिमंता बिस्वा ने कहा कि अशोक गहलोत और राहुल गांधी जैसा नेताओं के कारण हिंदू की दुर्दशा हो रही है.
थोड़े दिन हिंदू बनकर रहेंगे राहुल गांधी- सरमा
बिस्वा ने कहा कि कांग्रेस को हिंदुओं पर विश्वास नहीं है, बाबर उनका दोस्त है. उनका काम बाबर जैसा है. चुनाव होगा, अशोक गहलोत और राहुल गांधी सारे मंदिरों में जाएंग. थोड़े दिन हिंदू बन जाएंगे. चुनाव खत्म होने के बाद भूल जाएंगे. मीडिया से बातचीत में बिस्वा ने कहा कि राजस्थान को गरीबी से मुक्ति मिलनी चाहिए. अन्नपूर्णा पैकेज से कोई मुक्ति मिलने वाली नहीं है. बीजेपी आएगी और अच्छा काम करेगी.
सरमा ने कहा कि अमित शाह आए और पीएफआई को बैन कर दिया. किसी की हिम्मत हुई क्या धारा 370 हटाने की, बीजेपी ने कश्मीर में हटा दी. कांग्रेस सरकार बार-बार कहती रही कि हल्ला हो जाएगा 370 नहीं हटाओ. उन्होंने कहा कि राजस्थान में पेट्रोल के दाम 13 रुपए अधिक हैं. राजस्थान में पेट्रोल डिजल सबसे महंगा है.
चुनाव का खर्च उठाने के लिए दे रहे पैकेज
असम सीएम ने कहा कि कांग्रेस जेब भरने के लिए ही मुफ्त अन्नपूर्णा पैकेट और मोबाइल बांट रही है. इन्हें बांटना ही था तो सरकार बनने के बाद बांट देते. यह चुनावी फायदे के लिए हैं. गरीब कल्याण के लिए नहीं दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, '' अशोक गहलोत 15 साल सीएम रहे हैं, इसके बावजूद भी राजस्थान के लोगों को पैकेज बांटने पड़े, ऐसा क्यों हो रहा है. जबकि करोड़ों लोगों को गरीबी रेखा से निकलकर मिडिल क्लास बन जाना चाहिए था.''