Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी (CP Joshi) ने बुधवार (20 सितंबर)को लोकसभा में 'नारी शक्ति वंदन विधेयक' पर कहा, 'यह एक नारा नहीं बल्कि संकल्प है जो सिद्धि तक पहुंचेगा. मोदी सरकार ने हमेशा नारी को सम्मान देने कि दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए है. इस विधेयक से सही मायने में नारी को सम्मान और अधिकार मिलेगा.'
उन्होंने आगे कहा, 'लोकतंत्र के नव निर्मित मंदिर का नारी शक्ति वंदन विधेयक से श्रीगणेश हुआ है. अभी तो शुरुआत है, यहां से बहुत कुछ अभूतपूर्व और निर्णायक होगा. यह भवन भारत की नई तकदीर लिखेगा. सीपी जोशी ने कहा हमारे गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और सनातन परम्परा में नारी शक्ति का सम्मान किया जाता रहा है. मां और देश हमारे लिए स्वर्ग के समान है, हम भारत माता का जयघोष भी करते हैं.'
भारत में कई महिलाओं ने अपने राज्य का शासन संभाला है. गुजरात की नायकी देवी की सेना ने मोहम्मद गौरी को हराकर मिसाल दी है. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी वहीं से आते है उनके शासन में आज भारत की तरफ आंख उठा कर देखने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता.
अशोक गहलोत सरकार पर हमला
सीपी जोशी ने कहा यह विधेयक इतने समय तक नहीं आया, उसका जिम्मेदार विपक्ष है जो अपने पाप छुपाने के लिए कुतर्क दे रहा है. इतने वर्षों तक सिर्फ नारे और वादे आए, जनता को गुमराह किया गया. प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं वो करते हैं. इसलिए देश की जनता अगर किसी व्यक्ति पर अटल विश्वास करती है तो उसका नाम नरेंद्र मोदी है.
सीपी जोशी ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर पा रही है. वहां विद्यालय और कॉलेज में पढ़ने वाली बच्चियों से लेकर सरकारी कार्यालय, अस्पताल, सड़क कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. जो सरकार महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकती, वह महिला विरोधी है. जिनकी विधायक अपनी ही सरकार पर आरोप लगाती है कि वह स्वयं ही इस प्रदेश में सुरक्षित नहीं है. इस पार्टी के लोग इस बिल पर प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं.
पूर्व सीएम का बड़ा बयान
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि, ' एक लंबे इंतज़ार के बाद आज महिला आरक्षण विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को संसद में मंजूरी मिल गई है.
इसलिए आज का दिन महिला जगत के लिये एक ऐतिहासिक और ग़ौरवशाली दिवस है. इससे यह सिद्ध हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्तिकरण की सिर्फ़ बात ही नहीं करते, वे इस दिशा में दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ काम करके भी दिखाते हैं. इस बिल के माध्यम से मोदी जी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि मातृशक्ति सम्पूर्ण राष्ट्र की ताक़त है, जिसके बिना भारत के नव निर्माण की कल्पना बेईमानी है.